तुलसी को संजीवनी बूटी कहा जाता है। भारतीय संस्कृति में इसे पूज्य पौधा माना गया है। आयुर्वेद में कहा गया है कि तुलसी वो औषधि है जिससे अनगिनत बीमारियों का इलाज संभव है। इसका सही तरीके से उपयोग करने पर इससे बहुत सारी बीमारियों का इलाज संभव है। तुलसी में 27 तरह के खनिज पाए जाते हैं। तुलसी के पत्तों के एक ऐसे ही प्रयोग का आयुर्वेद में वर्णन है। इस प्रयोग को नियमित रूप से करने पर पेट से जुड़ी सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
प्रयोग- तुलसी की तीस पत्तियां पानी से धोकर पीसकर 20 ग्राम दही जो खट्टा न हो या एक-दो चम्मच शहद के साथ सेवन करें। इसके तीन महीने तक प्रयोग से भूख खुलकर लगती है और कब्ज नहीं होती साथ ही नियमित रूप से इसके सेवन से पेट से जुड़ी कोई बीमारी नहीं होती।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 अप्रैल 2012
तुलसी के कुछ पत्ते ऐसे खाएं तो पेट से जुड़ी कोई बीमारी नहीं होगी
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