तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 अप्रैल 2012
गहलोत का कोटा में जबर्दस्त स्वागत ..लेकिन एयपोर्ट पर कार्यकर्ताओं की व्यवस्था मामले में प्रशासन फेल
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कोटा सम्भाग दौर के दोरान सभी कोंग्रेसियों ने जय घोष के नारे के साथ स्वागत किया ..अशोक गहलोत ने भी एयरपोर्ट पर उपस्थित सभी कोंग्रेसियों का विनम्रता से अभिवादन किया ..अशोक गहलोत का कोटा सम्भाग दोरा यूँ तो कोटा एयरपोर्ट का इस्तेमाल और फिर यहाँ से हेलिकोप्टर से मनोहर थाना और फिर केशोराय पाटन जाने तक का था ....गहलोत ने अपनी इस यात्रा के दोरान सरकार की उपलब्धियां भी गिनायीं तो विपक्षियों के कान भी उमेठे ..........गहलोत की कोटा यात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासनिक प्रबंधन की पोल खुल गयी और सत्ता पक्ष के कई लोग प्रशासन से नाराज़ हो गये ..............कोटा एयपोर्ट पर पुलिस की सुरक्षा इन्तिज़ाम थे आने जाने वालों के लियें दो पास एक हरा एक लाल बनाया गया था हरे पास वाले को अन्दर वी आई पी लोबी में जाने की इजाज़त थी जबकि लाल पास वालों को चारदीवारी के पहले ही रोक दिया था .लाल पास वालो की संख्या ज्यादा थी ...नगर निगम को प्रशासन ने वहां कार्यकर्ताओं को बिठाने के लियें कुर्सियों और धुप से बचने के लियें टेंट की व्यवस्था करना थी ..गर्मी ज्यादा थी इसलियें लोगों के पीने के लियें पानी की व्यवस्था का भी इन्तिज़ाम था ..लेकिन इस मामले में प्रशासन को कोंग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एक दम फेल साबित कर दिया ..सेकड़ों की तादाद में कार्यकर्ता और गिनती की कुर्सियां टेंट भी आनन् फानन में उल्टा सीधा लगाया गया था और पीने के पानी के लियें टेंकर की व्यवस्था की गयी थी ..प्यासे कार्यकर्ता टेंकर की तरफ जाते थे और गरम पानी देख कर वापस आ जाते थे ..कार्यकर्ता कहते थे के टेंकर का पानी जो ठेकेदारों द्वारा भवन निर्माण में काम में लिया जाता है अगर वोह कोंग्रेसी कार्यकर्ताओं को पिलाने के लियें रखा है तो इससे बेशर्मी की बात क्या हो सकती है कुछ कार्यकर्ता कह रहे थे के अगर हमे कहते तो हम पानी की हेम्पर और डिस्पोज़ल गिलास की व्यवस्था कर देते ताकि कार्यकर्ता प्यासे तड़पते तो नहीं .......कोंग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक दो अखबार वालों को भी यह समस्या बताई उनका कहना था के आप जिंदाबाद और मुर्दाबाद की तो खबरें बहुत बनाते हो लेकिन यह खबरें आप शायद ना तो छापोगे और न ही टी वी पर बताओगे जबकि ज़मीं से जुडी यही खबर है ताकि भविष्य में ऐसे वक्त पर कार्यकर्ताओं के लियें पीने के पानी और बेठने का इन्तिज़ाम तो सही हो सके ..में सोचता रहा के यह खबर अख़बार में पत्रकारों को बताने के बाद भी छप पाएगी या नहीं लेकिन में तो अपने ब्लॉग और फेसबुक पर अपने साथियों से शेयर कर ही लूँ ताकि कोई अगर इसे पढ़े देखे तो भविष्य में मुख्यमंत्री और वी आई पी यात्राओं के दोरान इन कमियों को सुधारे और कार्यकर्ताओं को तकलीफ न हो इसका ध्यान वोह लोग रख सकें ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)