जिससे पुलिस ने कई तरह के राज उगलवा लिए, जिसके आधार पर पुलिस गिरोह को खंगाल रही है। हालांकि गिरोह के हत्थे चढ़ने के बाद पुलिस सारा क्रेडिट खुद लेना चाहती है, इसलिए सांप वाली घटना पर पूरी तरह पर्दा डाल रखा है।
पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार छावनी फ्लाईओवर के नीचे एक सपेरा बस स्टैंड जाने के लिए खड़ा था। उसी दौरान एक ऑटो रिक्शा वहां आकर रुका, जिसमें पहले से ही दो युवक बैठे हुए थे। ऑटोचालक ने मिनीडोर के दाम में उसे बस स्टैंड छोड़ने के लिए कहा तो सपेरा उसमें सवार हो गया।
जैसे ही वे फ्लाईओवर से कुछ आगे बढ़े ऑटो में पहले से ही बैठे दो युवकों में से एक ने सपेरे के झोले में हाथ डाल दिया। युवक उसमें से रुपए टटोलने लगा। इसी बीच उसका हाथ झोले में बंद सांप पर पड़ा और और सांप ने उसे डस लिया। उसके डसते युवक के होश फाख्ता हो गए।
उसने शोर मचाया तो उसके ही साथी ऑटोचालक ने वाहन रोक दिया। सांप के काटने की बात बताई तो सपेरे को मजरा समझ में आया कि वे जेबकतरे हैं। वो कोई विरोध करता उससे पहले ही तीनों ने मिलकर सपेरे को वहीं उतार दिया। पीड़ित युवक को उसके दोनों साथी ऑटो से लेकर नयापुरा एमबीएस अस्पताल पहुंच गए। इसी बीच वहां पर काफी लोग जमा हो गए। उन्होंने सपेरे को पास ही गुमानपुरा थाने भेज दिया।
सपेरे ने जब गुमानपुरा पुलिस को घटना सुनाई तो पुलिस तत्काल सक्रिय हो गई। पुलिसकर्मी एमबीएस अस्पताल भेजे। जहां सर्पदंश से पीड़ित युवक मिल गया। पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से उससे पूछताछ की। पुलिस ने उसे डराया कि सांप के डसने के बाद कोई बचता नहीं है।
तेरी तबीयत भी खराब है। अंतिम समय में सच-सच बता दे। बुरी तरह भयभीत युवक ने पुलिस को बताया कि सवारियों की जेब काटने वाला उनका पूरा गिरोह है। साथ ही उसने वारदात के तरीके व कई वारदातें भी बताई। पुलिस उसका इलाज करवाकर उसे थाने ले गए। जहां उससे पूछताछ की जा रही है। उसके द्वारा बताए गए क्लू के आधार पर पुलिस जेबकतरों की तलाश कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)