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05 फ़रवरी 2012

जिंदा हो सकता है रावण, ताबूत तक पहुंची रिसर्च टीम

होशियारपुर. रामायण काल से जुड़े स्थलों की खोज और इनके रिसर्च में जुटी श्री रामायण रिसर्च कमेटी की टीम श्रीलंका के रागला शहर के निकट दुर्गम पहाडिय़ों में बनी रावण केव्स तक पहुंच गई है। टीम ने गुफा में दो पिल्लरों पर पड़े उस 18 फुट लंबे 6 फुट चौड़े व 6 फुट ऊंचे ताबूत (बाक्सनुमा पत्थर)को भी देख लिया है जिसमें रावण की ममी होने का दावा किया जाता है।
यह जानकारी कमेटी के रिसर्चर अशोक कैंथ ने दी। श्रीलंका से कैंथ ने भास्कर को बताया कि श्री रामायण रिसर्च कमेटी अब इस खोज में जुटी है कि रावण का दाह संस्कार हुआ था या नहीं। वैसे कमेटी का कहना है कि रावण केव्स में पड़े ताबूत में रावण की ममी होने की पूरी संभावना है। कैंथ ने बताया कि इस ताबूत को पिल्लरों से हटाने में एक से डेढ़ करोड़ रुपए खर्च आने के अनुमान है। कैंथ के अनुसार स्थानींय नागा लोगों का आज भी यह मत है कि रावण को जिंदा किया जा सकता है। युद्घ में रावण की मौत के बाद नागा लोग उसका शरीर उठा लाए और एक गुफा में रख दिया था।
श्रीलंका में रावण की पूजा नहीं होती
श्रीलंका से कैंथ ने भास्कर को बताया कि अभी तक तो आमतौर पर भारत में यही धारणा बनी हुई है कि श्रीलंका में रावण की पूजा की जाती है लेकिन ये सच्चाई से कोसो दूर है। सन 2004 तक तो श्रीलंका में रावण का नाम लेने वाला भी कोई नहीं था लेकिन रामायण काल से जुड़े अवशेषों की खोज के बाद यहां के लोगों को इतना पता है कि यहां पर भारत से संबंधित राजा श्री राम और लंका के राजा रावण के बीच युद्ध हुआ था और इसमें रावण का वध हो गया था।
दो साल पहले श्रीलंका के त्रिकोवली में पहला ऐसा मंदिर बना जिसमें रावण को शिव की पूजा करते दिखाया गया है। कमेटी की खोज में रावण से संबंधित कुछ ऐसी चीजें लंका में खोजी गई हैं जो यह प्रमाणित करती हैं कि रावण का वर्तमान श्रीलंका के साथ गहरा नाता रहा है।
श्रीलंका में खोजे गए धार्मिक स्थल
श्री रामायण रिसर्च कमेटी ने अब तक श्रीलंका में 50 के करीब धार्मिक स्थलों की खोज की है। जिसमें अशोक वाटिका, मानवरी रामलिंगम (भगवान राम द्वारा रावण वध के पश्चात स्थापित शिव लिंगों में से एक), अंजनी अय्यर मंदिर (बजरंगबली का मंदिर), सीता कोटूवा (अशोक वाटिका से पूर्व माता सीता के रहने का स्थान), सीता ईयर पौंड (माता सीता के आंसुओं से बना तालाब), गायत्री पीड़म (मेघनाद का शिव प्रार्थना स्थल), दिवूरम पोला (माता सीता का अग्नि परीक्षा स्थल), रावण के हवाई अड्डे, रावण की गुफाएं, रावण फाल्स, कैलेनिया बुद्घ मंदिर, कैंडी बुद्घ दंत मंदिर, सीता अम्मा मंदिर इत्यादि शामिल हैं।

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