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27 फ़रवरी 2012

भोपाल गैस कांड: डाउ करवा रही जासूसी!


भोपाल/लंदन।भोपाल गैस त्रासदी के लिए कुख्यात डाउ इंटरनेशनल का यह कारनामा बेहद ही चौंकाने वाला है। डाउ विश्व भर में भोपाल गैस पीड़ितों के हक में उठने वाली हर आवाज, हर गतिविधि की जासूसी कराने का काम करती है। उसने इसके लिए अमेरिकन कंपनी स्ट्रैटफोर की सेवाएं ली हैं। डाउ खासतौर पर लंदन ओलंपिक में उसकी स्पांसरशिप का विरोध करने वाली हर गतिविधि पर इस कंपनी के जरिए नजर बनाए हुए है।

विकीलीक्स ने ग्लोबल इंटेलीजेंस फाइल्स के नाम से जुलाई 2004 से दिसंबर 2011 के बीच करीब 50 लाख ई-मेल सार्वजनिक की हैं, जिनमें डाउ का यह काला सच सामने आया है।

अमेरिका के टेक्सास स्थित कंपनी स्ट्रैटफोर न सिर्फ डाउ को सेवाएं देती है बल्कि यूएस मैरीन, यूएस डिफेंस इंटेलीजेंस एजेंसी, यूएस होमलैंड सिक्योरिटी को भी खुफिया जानकारियां मुहैया कराती है। विकीलीक्स की ओर से ताजा जारी फाइलों में से 40फाइलें सीधे तौर पर भोपाल और डाउ केमिकल से जुड़ी हुई हैं।

इसमें भोपाल गैस पीड़ितों के हक में आवाज उठाने वाले एक एक एक्टीविस्ट से लेकर हड़ताल, रेल रोको, चक्काजाम और मीडिया कवरेज तक की बारीक जानकारियां शामिल हैं। इन फाइलों में भारत सहित दुनिया भर के देशों में भोपाल गैस त्रासदी और ओलंपिक में डाउ की भागीदारी को लेकर जारी विचार विमर्श व गतिविधियों की पूरी जानकारी दी गई है।

इन फाइलों में खासतौर पर 3 दिसंबर 2011 को भोपाल गैस त्रासदी की 27 वीं सालगिरह पर देश दुनिया में इस सिलसिले में हुई प्रमुख गतिविधियों की जानकारी दी गई है। स्कॉटलैंड की सरकार ने इसी दिन डाउ को फटकार लगाई थी, इसका भी जिक्र इन फाइलों में है। स्ट्रैटफोर ने भोपाल गैस पीड़ितों के हक में लड़ने वाले इंटरनेशनल कैंपेन फॉर जस्टिस इन भोपाल (आईसीजेबी) और स्टूडेंट्स फॉर भोपाल जैसे संगठनों और उनके सदस्यों से जुड़ेअहम ब्योरे भी डाउ की खातिर इकट्ठा किए हैं। भोपाल त्रासदी से जुड़े अधिकतर ब्योरे ‘भोपाल अपडेट’ नाम के शीर्षक से दिए गए हैं।

मीडिया में भोपाल त्रासदी को लेकर छपी खबरों और गतिविधियों पर स्ट्रैटफोर ने डाउ की खातिर कई बार बाकायदा गोपनीय ‘भोपाल मॉनीटरिंग रिपोर्ट’ भी तैयार की थी। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण से जुड़े सवालों पर काम करने वाले ‘यस मैन समूह’ की भी मानिंटरिंग स्ट्रैटफोर ने की। स्ट्रैटफोर ने आईएसआई के पूर्व मुखिया हामिद गुल को अपनी मानद सदस्यता भी दे रखी है। इस कंपनी के सा खुलासे से साफ हुआ है कि डाउ को खासतौर पर ओलंपिक स्पांसर शिप से जुड़ी खबरों की चिंता रहती है।

विकीलीक्स के खुलासे के मुताबिक स्ट्रैटफोर ने डाउ की खातिर इस काम को अंजाम देने के लिए खबरचियों का एक अंतरराष्ट्रीय जाल बिछा रखा है जिसे मोटी रकम और साथ ही मनोवैज्ञानिक तरीकों दोनों ही से ‘मैनेज’ किया जाता है।

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