रेल बजट 2012-13 में रेलवे की ओर से यात्री किराया न बढ़ाये जाने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि रेलवे इस बार से किराये की 'डायनमिक नीति' को अपना सकती है। इस नीति के तहत कुछ खास रुटों, पीक सीजन और न्यूनतम दूरी के बाद की यात्रा के लिए किराया बढ़ाया जाएगा। बाकी के रुटों में किराया जस का तस ही रहेगा। हालांकि ऐसे में आम आदमी पर किराये की मार न के बराबर ही रहेगी।
रेलवे बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, कम आय वर्ग और गैर-आरक्षित श्रेणी के यात्रियों के लिए किराये को नहीं बढ़ाया जायेगा। हालांकि उच्च आय वर्ग वाले यात्रियों को बढ़े किराये की मार झेलनी पड़ सकती है। डायनमिक नीति के तहत इसका वर्गीकरण किया जायेगा।
गौरतलब है कि वर्तमान में एयरलाइंस सेक्टर में 'डायनमिक नीति' अपनायी जा रही है। इस नीति में पीक सीजन में एक निश्चित दूरी वाले व्यस्त रुटों पर अधिक किराया वसूला जाता है। रेलवे भी काफी हद तक ऐसा ही करने की योजना पर काम कर रही है।
नई नीति के अनुसार, अब अगर आप 400 किलोमीटर से ज्यादा दूरी की यात्रा करेंगे या फिर व्यस्त रुट पर जाएंगे, तो ही बढ़ा हुआ किराया आपको देना होगा। वहीं गैर-आरक्षित टिकटों में किराये का इजाफा नहीं होगा। इसके अलावा एसी या फस्र्ट क्लास वालों को भी लिमिटेड रुटस पर बढ़े किराये की मार झेलनी होगी। हालांकि इन रुटों के बारे में अंतिम जानकारी बजट में ही मिलेगी। उच्च श्रेणी के टिकट पर 10 फीसदी सर्विस टैक्स भी लगाये जाने की भी उम्मीद है।
एक उदाहरण के तौर पर अगर आप दिवाली या होली जैसे सीजन में ऐसे रुट पर यात्रा करते हैं, जहां जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा है। तो फिर आपको बढ़ा हुआ किराया देना पड़ेगा। वहीं भीड न रहने वाले सीजन में कम किराया देकर भी काम चल जायेगा। दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-अहमदाबाद जैसे कई रुट रेलवे की परिभाषा में व्यस्त मार्ग रहेंगे।
बोर्ड के अधिकारी की मानें तो, फिलहाल अभी ये नीति दिनेश त्रिवेदी को विचार करने के लिए भेजी गई है। हालांकि एयरलाइंस सेक्टर में इस नीति के सफल होने के चलते रेल मंत्री की ओर से भी इसमें ज्यादा बदलाव हुए बिना इसके पास होने की उम्मीद है।
उधर, जानकारों के अनुसार, रेलवे की बढ़ती लागत के बावजूद भी सीधे तौर पर किराया न बढ़ाये जाने के पीछे ममता बनर्जी फैक्टर काफी हद तक हावी है। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता ने रेल मंत्री को किराया न बढ़ाते हुए गरीबों की हमदर्द वाली तृणमूल की इमेज बनाये रखने को कहा था।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 फ़रवरी 2012
अब विमान की तर्ज पर बढ़ेगा रेल किराया!
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