वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंस का दावा
ब्रह्मांड के कई रहस्यों को सुलझाने वाले इस वैज्ञानिक का कहना है कि मनुष्य के लिए जरूरी है कि वह पूरे ब्रह्मांड में फैले ताकि धरती के नष्ट होने की सूरत में हमारे पास विकल्प मौजूद हो। हॉकिंस का कहना है कि लगभग तय है कि करीब सौ साल में परमाणु युद्घ या ग्लोबल वार्मिंग धरती को नष्ट कर देंगे, इसलिए आवश्यक है कि हम अंतरिक्ष में कहीं अपना ठिकाना खोज लें।
उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि हम धीरे-धीरे मंगल ग्रह या ब्रह्मांड के अन्य ग्रहों पर बस जाएंगे, लेकिन यह सौ वर्षों के बाद ही होगा। माना जाता है कि मंगल ग्रह का वायुमंडल धरती से काफी मिलता-जुलता है। अंतरिक्ष एजेंसियों ने वहां इंसानों को भेजने का कार्यक्रम काफी पहले ही शुरू कर दिया है।
हॉकिंस ने कहा कि विज्ञान और तकनीक धीरे-धीरे इंसान को इतना सक्षम बना देंगे कि पूरा ब्रह्मांड उसकी जद में होगा। ब्रह्मांड में कहीं और जीवन की खोज कर पाना विज्ञान की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
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