अब शोभागपुरा सर्कल के पास से शिफ्ट होगा देवरा
भुवाणा गौरव पथ के बाद अब शीघ्र ही शोभागपुरा सर्कल के पास सड़क सीमा में आ रहा देवरा शिफ्ट किया जाएगा। कलेक्टर के प्रयास के बाद भील सेवा समिति व यूआईटी के मध्य सहमति बनने के बाद गत दिनों यहां सड़क सीमा में आ रहे समाज के सामुदायिक भवन को पास ही शिफ्ट किया गया। अब यहां पर सड़क मध्य स्थित देवरे को धार्मिक रस्म के साथ पास ही शिफ्ट किया जाएगा।
"गौरव पथ की सीमा में आ रहे खोड़ियार माता के प्राचीन मंदिर को समझाइश से शिफ्ट करने में बड़ी सफलता मिली है। शहर में और कहीं पर धार्मिक स्थल सड़क सीमा में आ रहे हैं उन्हें भी संबंधित समाजजनों से समझाइश कर शिफ्ट करने का प्रयास किया जाएगा। जहां धार्मिक स्थल की आड़ में सरकारी जमीन पर कब्जे किए जा रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ भी अब सख्ती बरती जाएगी।"
डा.आर.पी.शर्मा, यूआईटी सचिव।
शोभायात्रा के रूप में पधारी मां खोड़ियार
खोड़ियार माता सेवा मंच के सदस्य दलपत सिंह ने बताया कि धार्मिक रस्म के साथ प्राचीन मंदिर से खोड़ियार माता की प्रतिमा को नए मंदिर में स्थापित किया गया। मां लूंग बाईसा व कंकू मां के सान्निध्य में जयकारों के बीच विधि विधान से नए मंदिर में देवी प्रतिमा को स्थापित किया गया। इस दौरान चारण समाज के कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
चारण समाज का सर्वजन हिताय निर्णय
कलेक्टर हेमंत गेरा के प्रयास के बाद खोड़ियार माता सेवा मंच व यूआईटी के मध्य सहमति बनने के परिणाम स्वरूप जनहित में यह काम संभव हो पाया है। समाजजनों की सकारात्मक सोच व बड़ी पहल के बाद अब भुवाणा गौरव पथ पर दुर्घटना का अंदेशा नहीं रहेगा। चारण समाज की प्रशासन ने भी प्रशंसा की है।
यहाँ कोटा में भी अनेक मंदिरों को स्थानान्तरित करने की आवश्यकता है। एक नाग-नागिन वाला नया मंदिर ही शिफ्ट कर दिया होता तो प्रशासन और कोटा की जनता बड़ी मुसीबत से बच जाती। उधर साईं बाबा के मंदिर को भी शिफ्ट करने की जरूरत है।
जवाब देंहटाएं