इसमें शामिल होने के लिए बांग्लादेश, श्रीलंका, कुवैत, इंग्लैंड, कतर, शारजाह, ओमान और फ्रांस से भी लोग यहां पहुंचे थे। इसके अलावा पूरे विश्व में भी सभी जगहों पर दाउदी बोहरा समाज के सदस्यों ने होजेफा भाई साहब को श्रद्धां
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 जनवरी 2012
सैयदना साहब के बेटे की जियारत में उमड़े अनुयायी
इसमें शामिल होने के लिए बांग्लादेश, श्रीलंका, कुवैत, इंग्लैंड, कतर, शारजाह, ओमान और फ्रांस से भी लोग यहां पहुंचे थे। इसके अलावा पूरे विश्व में भी सभी जगहों पर दाउदी बोहरा समाज के सदस्यों ने होजेफा भाई साहब को श्रद्धां
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)