हिंदू संस्कृति में कई ऐसे नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने पर हमें स्वास्थ्य लाभ होता है साथ ही धर्म लाभ भी प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार बताए गए इन कार्यों को दिनचर्या में शामिल करने वाले व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।
हमारी काफी ऊर्जा बोलने में नष्ट हो जाती है, इस ऊर्जा को बचाने के लिए प्रतिदिन कुछ समय मौन रहना चाहिए। वैदिक काल से ही ऋषिमुनियों और विद्वानों द्वारा मौन रहने के फायदे बताए गए हैं। सुबह और शाम को कुछ समय मौन रहने से हमारा मानसिक तनाव तो कम होता है साथ ही स्वास्थ्य को भी लाभ प्राप्त होता है।
शास्त्रों के अनुसार प्रात:काल और सायंकाल व्यक्ति को जितनी देर संभव हो सके मौन रहना चाहिए। दिनभर के कई जरूरी काम मौन रहकर भी किए जा सकते हैं। मन शांत मिलती है जिससे ध्यान, पूजा, स्वाध्याय आदि से मानसिक शक्ति मिलती है। सुबह-सुबह मौन रहने से हमारा मन एकाग्र रहता है और प्रतिदिन के खास कार्यों को हम ठीक से कर पाते हैं। इसके बाद शाम के समय मौन रहने से दिनभर के कार्य से जो मानसिक तनाव उत्पन्न होता से उससे मुक्ति मिलती है। जिससे पारिवारिक जीवन पर बाहरी तनाव का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। इसी वजह से प्रतिदिन सुबह और शाम के समय कुछ समय मौन रहकर मन को एकाग्र करना चाहिए।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 जनवरी 2012
इन दो समय में कुछ देर चुप रहना चाहिए, क्योंकि...
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