करीब आधे घंटे तक बच्चा इसी स्थिति में रहा। इस बीच आपत्ति आने पर बच्चे को झांकी से उतार दिया गया। किसी को अफसोस तक नहीं हुआ।
तेज हवा, पारा 12.9 ठिठुरता माहौल
जब बच्चा नल के नीचे नहा रहा था। तब देवास में तेज हवा के साथ पारा 12.9 डिग्री (न्यूनतम) पर था। दूसरी ओर साहब, मैम साहब व बाबा साब (बच्चे) गर्म शालों में लिपटे झांकियों का लुत्फ ले रहे थे।
एक और गजब.. झांकी को अवॉर्ड
नगर निगम की झांकी में बच्चे को आधे घंटे तक नहाते हुए दिखाकर एक तरह से पानी की फिजूलखर्ची का संदेश दिया गया। निर्णायक भी गजब के निकले। उन्होंने झांकी को तीसरा स्थान दे दिया।
महापौर बोलीं-कर्मचारी ने अपनी मर्जी से बैठा दिया बच्चे को
मैं मुख्य समारोह में मौजूद नहीं थीं, वैसे मुझे झांकी के संबंध में जानकारी मिली है। हमारी झांकी में नल के नीचे बच्चे को नहलाने का कोई दृश्य आयोजित करना तय नहीं था। यह तो संबंधित कर्मचारी ने अपनी मर्जी से किया है। हम ठंड में किसी बच्चे को नहलाने जैसे कार्य क्यों करेंगे और इससे क्या संदेश देना चाहेंगे। -रेखा वर्मा, महापौर देवास
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