आपका-अख्तर खान

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18 जून 2011

एक जल्लाद और कमजोर पिता ने ऐसे मनाया फादर्स डे

विश्व भर और देश भर में आज फादर्स डे यानी पितृ दिवस मनाया जा रहा है ..यह दिन पिता को उसके कर्तव्यों और पुत्र पुत्रियों को पिता के प्रति उनके मान सम्मान की याद दिलाने के लियें मनाया जाता है ..हजारों हजार करोड़ लोग आज के दिन अपने पिता को इस दिवस पर कुछ न कुछ तोहफा देते हैं ..मुस्कुराहट देते हैं लेकिन राजथान के अलवर जिले के एक रविन्द्र नाम के आदमी ने इस दिवस को खून की होली के रूप में मनाया है ...अलवर निवासी रविन्द्र ने १५ जून को अपनी पत्नी और एक पुत्री की गोली मरकर हत्या कर दी थी और एक मासूम पांच साल की बच्ची को घर से लेकर फरार हो गया था उसे पुलिस की तलाश थी लेकिन कल जब लोग पितृ दवस मनाने की तय्यारी कर रहे थे उसने सवाई माधोपुर में एक ट्रेन के बाथरूम में अपनी बच्ची को गले से लगाया और फिर खुद के और बच्ची के गोली मार ली ..फादर्स डे पर पिता ने पुत्री और खुद को मोत के घाट उतर लिया ..पुलिस और प्रशासन ने तो यह कहकर पल्ला झाड़ लिया के म्र्तक रविन्द्र कर्जे में डूबा हुआ था इसलियें उसने पहले अपनी पत्नी और बढ़ी बच्ची की हत्या की और फिर भागते भागते थकने के बाद खुद ने अपनी मासूम बच्ची को सिने से चिपटा कर एक ही गोली से खुद का और खुद की बच्ची का काम तमाम कर  लिया ,,,यह दर्दनाक कहानी इन दिनों इस समाज में रिश्ते नातों की उपेक्षा के कारण समाज का हिस्सा बन गयी है देश में इस तरह के दिवस जिनमे महिला दिवस ,पितृ दिवस,मात्र दिवस , बालिका दिवस जेसे कई दिवस तो मनाये जाते हैं लेकिन समाज और समाज के कल्याणकारी व्यव्य्स्थाओं से जुड़े लोग सरकार के प्रतिनिधि मंत्री अभाव में जी रहे समाज के लोगों के बारे में कोई सुनवाई कोई योजना का प्रस्ताव नहीं रखते हैं नतीजन ऐसे खतरनाक और दिल हिला देने वाले हादसे सामने आते हैं जिनको सुनकर जिनको देख कर महीनों सालों हमारे और आप जेसे लोगों का मन किसी बात में नहीं लगता है और विचलित रहता है तो आओ हम और आप मिलकर इस बुराई ..इस निराशावाद को खत्म कर आशावाद में बदलने के लीयें आज से ही प्रयास शुरू कर दें ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राष्ट्रवादी युवक राहुल गाँधी को जन्म दिन पर बधाई

राष्ट्रवादी युवक राहुल गाँधी को जन्म दिन पर बधाई ...दोस्तों देश के नवनिर्माण के सपने दिखने वाले राजीवगांधी के पुत्र राहुल गाँधी का आज जन्म दिन है जो किसी धूम धडाके  के साथ नहीं बलके किसानों के साथ किसान दिवस के रूप में मनाने का प्रयास किया जा रहा है .......राहुल गांधी का अपने पिता के अधूरे कामों को पूरा कर देश की जनता को कई समस्याओं से निजात दिलाकर विश्व स्तर पर देश की मजबूत स्थिति पैदा करवाना है और इसी प्रयासों में राहुल गाँधी एक आंधी के रूप में अपने नव्योवन को देश और देश की जनता कोंग्रेस पर न्योछावर कर निकल पढ़े हैं ...........राहुल गांधी युवाओं में एक आवाज़ हैं ..एक आदर्श हैं ...वोह कभी आदिवासी सहर याओं के यहाँ जाकर अपनी रत मच्छरों के बीच गुज़रते हैं वहां उनके साथ तगारी उठाकार मजदूरी करते हैं तो उन्हीं के बीच जो वोह खाते है वाही खाना खाते है .उनके यह तेवर देख कर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद को भी रात आदिवासी इलाकों में गुज़ारना पद्धति है ..राहुल गाँधी कभी किसानों के साथ उनकी जमीन को मुआवजा दिलवाने के लियें धरने पर बैठते है तो कभी राह चलती रोती बिलखती लडकियों को देख कर कार में से उतर कर उन्हें इन्साफ दिलवाते हैं ..राहुल गाँधी देश के नोजवानों में राष्ट्रीयता की अलख जगाने के लियें आतंकवादी हमले के खतरे और शिवसेना की धमकी के बाद भी मुंबई की लोकल ट्रेन में सफर कर यह बताते हैं के मुंबई किसी के बाप की नहीं है ...जब जब राहुल गांधी को प्रधानमन्त्री या केन्द्रीय मंत्री के पद थाली में सजाकर देने का प्रयास किया जाता है वोह राष्ट्रहित में इन्हें ठुकरा कर मुस्कुराते हुए सादगी से कहते हैं में अभी इस लायक नहीं हूँ ..देश के करोड़ों करोड़ युवाओं की धडकन राहुल गाँधी ओछी राजनीती से दूर हैं कई लोग उन्हें बच्चा समझ कर जब गच्चा देना चाहते हैं तो वोह फिर ऐसे व्यक्ति को उसकी ओकात भी याद दिलाते हैं ..देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सुचना के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का लाभ लेकर देश भर के भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लियें राहुल गाँधी का युवाओं से आह्वान है लेकिन अफ़सोस इन सब के बावजूद भी कोई है जो राहुल और उनकी कोंग्रेस उनके स्वर्गीय पिता देश के लाडले स्वर्गीय राजीवगांधी के सपनों को चकनाचूर कर रहा है देश और कोंग्रेस को गर्क में धकेल रहा है ..देश में और कोंग्रेस शासित राज्यों में आज जो अराजकता और भ्रष्टाचार ,अनाचार की स्थिति है वोह राजिव गाँधी का सपना नहीं था वोह राहुल गांधी की आवाज़ नहीं है लेकिन राहुल मेनेजमेंट के बाद भी देश में कोंग्रेस का एक तबका खुलेआम देश को बर्बाद कर रहा है ..देश में भ्रष्टाचार फेला रहा है देश के युवाओं को देश की महिलाओं को अपमानित कर रहा है तो वोह सीधे तोर पर राहुल गाँधी को चोट पहुंचा रहा है राहुल गांधी जिसने देश और पार्टी के खातिर अपने अरमानों अपने सपनों को ताक में रख कर एक अविवाहित का जीवन अब तक व्यतीत किया है उन्हें भी एक दुल्हन की जरूरत है लेकिन वोह देश के सपने से ज्यादा देश के युवाओं और महिलाओं के सपने से ज्यादा अपने सपनों को तरजीह नहीं देते हैं ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनि देश के बलवान युवराज जो विनम्रता से देश को एक खुशहाली का सपना दिखा रहे हैं और इस सपने को पूरा करने के प्रयासों में जुटे हैं ऐसे नोजवान को जिसने देश के लिए शहीद होते हुए अपनी दादी अपने पिता को देखा है उसे उसके जन्म दिन पर सलाम हार्दिक बधाई ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मुझे नफरत के सिवा ..........

अल्लाह 
यह क्या माजरा है 
मेने जिसे भी 
मोहब्बत का 
पैगम्बर माना है 
उससे 
नफरत के सिवा 
कुछ ना मिला 
ना जमीन मिली 
ना आज़मान मिला 
तड़पन ही तड़पन मिली 
सुकून 
आज तक ना मिला .......
......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सच जो भी बोला है ......

सच जो भी बोला है ......
आज हो या कल 
सर 
सूली पर 
चढाया गया है 
इस प्यार को 
किस 
सांचे में ढालें 
अभी तक 
पता नहीं 
अभी तो बस 
इसे सांचे में 
ढालने के लियें 
पिघलाया गया है .
............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

देश के धर्म गुरु और संत क्या देश को खुशहाल और कर्ज़ मुक्त कर सकते हैं

देश के धर्म गुरु और संत क्या देश को खुशहाल और कर्ज़ मुक्त कर सकते है यह एक ऐसा सवाल है जिनका देश की जनता को हर हल में चाहिए ..सब जानते हैं देश में इस साल केवल और केवल धर्म गुरुओं ,साधू संतों की ही चर्चा रही यहाँ संत आसाराम..सत्य सांई बाबा , निरंकारी बाबा ..राम रहीम बाबा ..बाबा अन्ना ..बाबा रामदेव .बाबा निगमानंद सहित कई दर्जन ऐसे बाबा रहे हैं जिनकी वजह से देश में दुसरे सभी काम काज और खबरें रोक कर मीडिया ने बाबाओं को तरजीह दी है ...............देश के साधू संत और बाबा सभी एक जुट होकर देश से भ्रष्टाचार खत्म कर देश के कालेधन की वापसी के साथ देश में खुशहाली और तरक्की चाहते हैं लेकिन में सोचता हूँ और आप लोगों से सवाल पूंछता हूँ के अगर देश के सभी साधू संत की संपत्ति जो आवश्यकता से अधिक है जब्त कर राजसात की जाये या फिर खुद इस सम्पत्ति को साधू संत देश हित में सरकार को दे दे तो क्या देश में खुशहाली आ जाएगी देश की जनता को रोज़गार नये उद्ध्योग मिल जायेंगे देश का कर्जा उतर जायेगा और देश की भुखमरी खुशहाली में बदल जाएगी अगर आप ऐसा मानते है तो देश के साधू संतों को धर्मगुरुओं को. बाबाओं को राष्ट्र भक्ति का पाठ पढ़ने के लियें हमारे जनता को क्या करना होगा और सरकार को क्या कदम उठाना चाहिए अगर कोई सुझाव हो तो प्लीज़ राष्ट्र हित में बता डालिए क्योंकि सब जानते हैं देश के साधू संतों, धर्मगुरुओं चाहे किसी भी धर्म के हों ऐसे बाबा जो योग से या दवा से लोगों को ठीक करते हों चटनी आचार बेचते हों प्रवचन बेचते हों उनके पास उनकी विलासिता की साड़ी जरूरतों के लियें रुपया निकलने के बाद भी इतना रुपया बचता है के देश का कर्जा सारा उतर जाए और देश में इस रूपये को अगर खर्च किया जाए तो देश में सुख सम्रद्धि आ जाए .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

देश के धर्म गुरु और संत क्या देश को खुशहाल और कर्ज़ मुक्त कर सकते हैं

दोस्तों यह साल देश के धर्म गुरु और साधू संतों के नाम अब तक रहा है ..चाहे राम रहीम हो .चाहे संत आसाराम हो चाहे  निरंकारी बाबा हो ..चाहे
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