राष्ट्रवादी युवक राहुल गाँधी को जन्म दिन पर बधाई ...दोस्तों देश के नवनिर्माण के सपने दिखने वाले राजीवगांधी के पुत्र राहुल गाँधी का आज जन्म दिन है जो किसी धूम धडाके के साथ नहीं बलके किसानों के साथ किसान दिवस के रूप में मनाने का प्रयास किया जा रहा है .......राहुल गांधी का अपने पिता के अधूरे कामों को पूरा कर देश की जनता को कई समस्याओं से निजात दिलाकर विश्व स्तर पर देश की मजबूत स्थिति पैदा करवाना है और इसी प्रयासों में राहुल गाँधी एक आंधी के रूप में अपने नव्योवन को देश और देश की जनता कोंग्रेस पर न्योछावर कर निकल पढ़े हैं ...........राहुल गांधी युवाओं में एक आवाज़ हैं ..एक आदर्श हैं ...वोह कभी आदिवासी सहर याओं के यहाँ जाकर अपनी रत मच्छरों के बीच गुज़रते हैं वहां उनके साथ तगारी उठाकार मजदूरी करते हैं तो उन्हीं के बीच जो वोह खाते है वाही खाना खाते है .उनके यह तेवर देख कर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद को भी रात आदिवासी इलाकों में गुज़ारना पद्धति है ..राहुल गाँधी कभी किसानों के साथ उनकी जमीन को मुआवजा दिलवाने के लियें धरने पर बैठते है तो कभी राह चलती रोती बिलखती लडकियों को देख कर कार में से उतर कर उन्हें इन्साफ दिलवाते हैं ..राहुल गाँधी देश के नोजवानों में राष्ट्रीयता की अलख जगाने के लियें आतंकवादी हमले के खतरे और शिवसेना की धमकी के बाद भी मुंबई की लोकल ट्रेन में सफर कर यह बताते हैं के मुंबई किसी के बाप की नहीं है ...जब जब राहुल गांधी को प्रधानमन्त्री या केन्द्रीय मंत्री के पद थाली में सजाकर देने का प्रयास किया जाता है वोह राष्ट्रहित में इन्हें ठुकरा कर मुस्कुराते हुए सादगी से कहते हैं में अभी इस लायक नहीं हूँ ..देश के करोड़ों करोड़ युवाओं की धडकन राहुल गाँधी ओछी राजनीती से दूर हैं कई लोग उन्हें बच्चा समझ कर जब गच्चा देना चाहते हैं तो वोह फिर ऐसे व्यक्ति को उसकी ओकात भी याद दिलाते हैं ..देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सुचना के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का लाभ लेकर देश भर के भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लियें राहुल गाँधी का युवाओं से आह्वान है लेकिन अफ़सोस इन सब के बावजूद भी कोई है जो राहुल और उनकी कोंग्रेस उनके स्वर्गीय पिता देश के लाडले स्वर्गीय राजीवगांधी के सपनों को चकनाचूर कर रहा है देश और कोंग्रेस को गर्क में धकेल रहा है ..देश में और कोंग्रेस शासित राज्यों में आज जो अराजकता और भ्रष्टाचार ,अनाचार की स्थिति है वोह राजिव गाँधी का सपना नहीं था वोह राहुल गांधी की आवाज़ नहीं है लेकिन राहुल मेनेजमेंट के बाद भी देश में कोंग्रेस का एक तबका खुलेआम देश को बर्बाद कर रहा है ..देश में भ्रष्टाचार फेला रहा है देश के युवाओं को देश की महिलाओं को अपमानित कर रहा है तो वोह सीधे तोर पर राहुल गाँधी को चोट पहुंचा रहा है राहुल गांधी जिसने देश और पार्टी के खातिर अपने अरमानों अपने सपनों को ताक में रख कर एक अविवाहित का जीवन अब तक व्यतीत किया है उन्हें भी एक दुल्हन की जरूरत है लेकिन वोह देश के सपने से ज्यादा देश के युवाओं और महिलाओं के सपने से ज्यादा अपने सपनों को तरजीह नहीं देते हैं ऐसे बहुमुखी प्रतिभा के धनि देश के बलवान युवराज जो विनम्रता से देश को एक खुशहाली का सपना दिखा रहे हैं और इस सपने को पूरा करने के प्रयासों में जुटे हैं ऐसे नोजवान को जिसने देश के लिए शहीद होते हुए अपनी दादी अपने पिता को देखा है उसे उसके जन्म दिन पर सलाम हार्दिक बधाई ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 जून 2011
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अख्तर जी, आप एक सीधे सादे अमन पसंद कवि हृदयी और राष्ट्रवादी इंसान है.
जवाब देंहटाएंकृपया करके स्व. राजीव गांधी के विकास के सपनो को युवराज राहुल से न जोड़े.
आज जो हालात हैं उनमे राहुल गांधी अपने देश के लिए बहुत कुछ कर सकते थे, पर एक नंबर के विदेशी है.
देर सबेर सब पता चल जाएगा.
अविवाहित जरुर हैं लेकिन त्यागी, आदर्शवादी, पिता के सपनो पर चलने वाले राष्ट्रवादी नहीं. उनका रिमोट कहीं और है.
घरियाली आंसू, आदिवासियों व पीड़ितों के बीच दिल से नहीं बैठते हैं, ये सब उनकी राजनीति का हिस्सा मात्र है.
वे कांग्रेसियों द्वारा तैयार किया गया एक "हॉट प्रोडक्ट" हैं जिसका लॉन्चिंग समय अभी नहीं आया है. इनके कारनामो को देखने समझने की जरुरत है.
भारत और भारतीयों के विकास के मद्देनज़र उनकी कोई भूमिका नहीं है. विदेशी पासपोर्ट रखते हैं और मजबूरी में भारत रह रहे हैं. सत्ता चलाने की मजबूरी है सभी कांग्रेसियों की.
इस भ्रष्ट गांधी परिवार से अत्यधिक सहानुभूति देश के टुकड़े करवाएगी एक दिन.
मुझे मौजूदा लोकतंत्र के किसी भी पार्टी का कोई भी नेता आदर्श और सच्चे नेतृत्व के मूल्यों पर चलने वाला नहीं दीखता.
जवाब देंहटाएंआज देश को सही और कर्मठ नेतृत्व की जरुरत है. फिलहाल किसी भी पार्टी में ऐसा कोई नहीं है. ये हम सबके ऊपर है की हम एक सही पार्टी और इमानदार नेतृत्व को स्थापित करें. जय हिंद !!