आपका-अख्तर खान

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18 जून 2011

सच जो भी बोला है ......

सच जो भी बोला है ......
आज हो या कल 
सर 
सूली पर 
चढाया गया है 
इस प्यार को 
किस 
सांचे में ढालें 
अभी तक 
पता नहीं 
अभी तो बस 
इसे सांचे में 
ढालने के लियें 
पिघलाया गया है .
............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

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