आपका-अख्तर खान

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31 दिसंबर 2011

नया साल आता है तो पुराने में क्या खोया क्या पाया और भविष्य की नई योजनाये केसी हों के बारे में सिखाता है

दोस्तों ,भाइयों और बहनों आप सभी जानते है के विश्व में सभी धर्म के लोग अलग अलग महीनों में अपना नया साल मनाते है मुस्लिम भाई मोहर्रम तो हिन्दू भाई चेत्र बेसाख और अँगरेज़ भाई जनवरी में नया साला मनाते है ..यह स्वीकृत सच है के विश्व में या तो क्रिश्चियन या फिर मुसलमान दो बढ़े समाज है और इसीलियें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दो त्यौहार ईद और क्रिसमस सभी देशों और राज्यों में मनाई जाती है ....... लेकिन नये साल का जश्न इन त्योहारों से ज़्यादा अहमियत वाला बन गया है और सभी समाज अपने अपने धर्म के नये सालों को भुला कर अंग्रेजी नये साल के जश्न में शामिल हो गये है कोई मुस्लिम कई हिन्दू भाई इस संस्क्रती से चिड कर नाराज़ होकर टिप्पणिया भी करते है नाराजगी भी दिखाते है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलता और हाँ यह भी आपको पता होगा के वेलेंटाइन दे भी विश्व में बढ़ी धूम से मनाया जाने लगा है हमारे देश में दो राष्ट्रिय पर्व गणतन्त्र दिवस और स्वतन्त्रता दिवस की जितनी धूम नहीं होती उससे कहीं अधिक धूम नये वर्ष के जश्न की होती है इस दें हिन्दू हो या मुसलमान बच्चा हो या जवान सभी लोग नये साल के आगोश में समा जाना चाहते है अख़बार हो ..इलेक्ट्रोनिक मिडिया हो इस जश्न के कार्यक्रम से भरे रहते है ........ हमारे देश में कई लोग दीपावली के अवसर पर बही खतों का हिसाब करते है कुछ ईद मिलादुन्नबी तो कुछ मोहर्रम के अवसर पर अपना हिसाब करते है कुछ शबे बरात पर तो कुछ जनवरी पर ही अपना हिसाब करते हैं हमारा देश अप्रैल में नया हिसाब नया बजट पेश करता है ..तो जनाब नया साल किसी भी धर्म का हो आज सभी धर्मों पर जनवरी का नया साल हावी है और इस साल को सभी वर्ग ..जाती धर्म के लोग मानने लगे है नया साल का जश्न आज हमारे लोग नाच गाकर ..बेशर्मी बेहयाई करते हुए शराब पार्टियों के साथ मनाते है लेकिन इस बेशर्मी और बेहयाई को अगर हम छोड़ दे और इस नये साल को पुराने साल में की गयी प्लानिंग योजना की क्रियान्विति को लेकर सोचा जाए हमने क्या पाया क्या खोया के बारे में चिन्तन मंथन किया जाए और आने वाले नये साल का टार्गेट प्लानिंग कार्ययोजना क्या है इस बारे में अगर हम सोचें तो बस हरा आने वाला कल सुधर जाएगा नये साल का जश्न बेशर्मों की तरह नहीं एक बनिये के खाते भी की तरह बन जाएगा और हमारी कमियाँ दूर होकर भविष्य की योजनाओं के हम मास्टर माइंड बन कर तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर निकल पढ़े .. तो दोस्तों इसी तर्ज़ पर बनाये अपना नया साल इसी के साथ इसी तर्ज़ पर बने मेरा आपका अपने भाईयों बहनों का नया साल ,,इसी के साथ नया साल बहुत बहुत मुबारक हो ॥ जो अधूरे काम पुराने साल में बचे रहे हैं उन्हें नये साल में नये साल की पूरी कार्ययोजनाओं के साथ पूरा करे इसी कामना के साथ .... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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