तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 दिसंबर 2011
सिमी के नाम पर बंद कर उनका जीवन बर्बाद करने वाले पीड़ित निर्दोषों को मुआवजा और उन्हें झूंठा फंसाने वालों को सजा कोन और केसे देगा
जो दिए हैं जख्म सरकार के इन अधिकारियों ने आज खोल के हमने बता भी दिए तो इन पर मलहम कोन लगाएगा और अगर मलहम मिल भी गया तो इस दर्द से जो तडपे हैं हम आज उसका मुआवजा कोन हमे दिलाएगा.... जी हाँ दोस्तों यही दर्द तलाशने सीमी के मामले में हाल ही में बा इज्ज़त बरी हुए सहमे डरे हुए आधा दर्जन लोगो के परिवार के पास दिल्ली की समाज सेवी संस्था के एक पदाधिकारी बहन मनीषा जब आयीं तो कई पीड़ितों और उनके परिजनों की आँखों से आंसू बह निकले उनके दर्द की कराहट उनके चेहरे पर पीड़ा बन कर चस्पा थी जो हर शख्स को दिखती है लेकिन बेदर्द सरकार और सरकार के बेठे अधिकारीयों को नज़र नहीं आ रही है .....दोस्तों एक इत्तिफाक था के जयपुर में बम विस्फोट हुआ और इसकी तलाश में जुटे पुलिस अधिकारीयों ने इसका जाल कोटा में तलाशना शुरू किया कोटा में इस मामले में विशेष पुलिस टीम को यूँ तो कुछ नहीं मिला लेकिन मुस्लिम बच्चों को पढ़ने लिखाने और उन्हें रोज़गार दिलाने के लियें संघर्ष कर रहे लोगों को पुलिस ने तीन साल पहले उन ला फूल एक्टिविटी में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जेल भी ऐसा भेजा के पहले दो हफ्ते सभी को नाजायज़ हिरासत में रखा टॉर्चर कर पुन्छ्तांच की हर रिपोर्ट अख़बारों में लीक की गयी और फिर दो हफ्ते बाद अखबारों की कटिंग पर जयपुर एस ओ जी थाने में पुलिस एफ आई आर दर्ज करवाई गयी आधा दर्जन लोग पर उनके परिजन चीखते रहे चिल्लाते रहे बिलखते रहे अपनी बेगुनाही के सबूत देते रहे लेकिन पुलिस थी के टस से मस नहीं हो रही थी .......मुस्लिम नेता जो कोंग्रेस के वोटर हैं चीखे चिल्लाए आरोप लगाया राजस्थान में भाजपा की सरकार है भाजपा मुस्लिमों से सोतेला व्यवहार करती है इसलियें निर्दोष लोगों को फंसाया गया है चुनाव में कोंग्रेस को जिताओ सभी लोगों को रिहा करवा देंगे शहर काजी कोटा और कई लोगों की उपस्थिति में कोंग्रेस के नेताओं ने संकल्प लिया कसम खायी पहले मुझे जिताओ कोंग्रेस की सरकार आने दो सभी को रिहा करवा देंगे कहा गया के भाजपा सरकार ने सभी को निर्दोष फंसाया है ..किस्मत पल्टी राजस्थान में भाजपा हरी कोंग्रेस की सरकार आ गयी और अजमेर बम ब्लास्ट में माना गया के इन्द्रेश जी और दुसरे लोग आरोपी हैं इन्द्रेश जी को बिना गिरफ्तार किये चार्ज शीट पेश की गयी ......इधर कोटा के कोंग्रेसी नेता जो चुनाव जीते थे मंत्री बने बुलंद आवाज़ हुई जोधपुर के मुसल्मानों की मदद से अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने सभी ने पीड़ितों की तरफ से उन्हें रिहा करने का वायदा याद दिलाया लेकिन वही राजनितिक जवाब केसा वायदा केसी रिहाई अदालत जाने तुम जानो काफी दिक्कतों के बाद तीन साल के लम्बे खतरनाक सफर के बाद सिमी के आरोप में बंद किये गये कोटा के लोगों को जयपुर की अदालत ने बरी कर दिया बरी लोगों के चेहरे पर ख़ुशी नहीं डर और खोफ का माहोल था उनकी निगाहें कहती है के फिर से कहीं कोई भी झूंठा मामला बनाकर पुलिस हमे फंसा ना दे या फिर किसी हमारे बेगुनाह भाई को न फंसा डाले ..बस इसी दर्द को तलाशने दिल्ली की समाज सेवी संस्था से जुडी बहन मनीषा जब कोटा आयीं तो पीड़ित प्रेषण लोगों को थोड़ी उम्मीद जगी लेकिन जब उन्हें मेने बताया के जिस कानून में यह बंद थे वोह तो काला कानून है उस कानून में तो झूंठा फंसाने वाले के खिलाफ भी कोई कार्यवाही नहीं करने की पाबंदी है और ऐसे अधिकारियों या सरकार के खिलाफ क्षतिपूर्ति इस कानून में लेने का कोई प्रावधान नहीं है यानि कोई भी अधिकारी दुश्मनी निकालने के लियें संदेह को सुबूत बताकर अगर किसी को भी गिरफ्तार कर ले तो समाज में तो उसकी इज्जत और अस्मत का फलूदा निकल ही गया वोह समाज में तो अछूत हो ही गया लेकिन जेल में विशेष बंदी की पीड़ा छोटी सी बेरक जहाँ उठने और बेठने की भी जगह नहीं है .जेलर की मार सभी सहने के बाद तीन साल बाद अगर कोई छूटे अदालत उसे बरी कर दे और झूंठा मामला बना कर किसी व्यक्ति और उसके परिवार का जीवन बर्बाद कर देने वाले अधिकारी और सरकार के खिलाफ कोई कार्यवाही न ह तो ऐसा कानून तो काला कानून अंग्रेजो से भी बुरा कानून गुलामी का कानून कहलाता है ..मनीषा बहन और उनके साथ आये पदाधिकारियों ने इस मामले को गम्भीरता से लिया और दिल्ली में एक विशेष रिपोर्ट तय्यार कर ऐसे कानूनों के खिलाफ जंग लड़ने का एलन किया है आज आयोजित कोटा की इस बैठक में ह्युमन रिलीफ सोसाइटी के अख्तर खान अकेला .आबिद हुसेन अब्बासी ..कोंग्रेस मानवाधिकार प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष प्रोफेसर मुमताज़ आलम वक्फ कमेटी कोटा के नायब सदर नसरुद्दीन अंसारी ..अल्फ्लाह सोसाइटी के भाई रफ़ीक बेलियम ..अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के अध्यक्ष एजाज़ कहां उर्फ़ अज्जू भाई सहित कई दर्जन लोगों के आलावा पीड़ित और उनके परिवार के सदस्य थे जिनके चेहरे पर डर और खोफ का माहोल था आँखों के आंसू सुख चुके थे और आँखे मानो कह रही हो के हमारे वोह जवानी के तीन साल उन तकलीफों और दुःख दर्द का मुआवजा कोन देगा और केसे मिलेगा ..इस दर्द को देख कर सभी ने तय किया के ऐसे मामलों में सरकार को खुद के पुनर्वास योजना तय्यार करना चाहिए जो ऐसे पीड़ितों को पुनर्वासित करने के लियें सरकारी मदद दे और बेदर्द पुलिसकर्मी जो फर्जी मुकदमे बनाते है उन्हें सजा देने के लियें कार्यवाही करे ताकि भविष्य में कोई पुलिस कर्मी फर्जी कार्यवाही कर किसी के परिवार को बर्बाद नहीं कर सके दोस्तों अगर मेरी मांग सही है तो प्लीज़ सपोर्ट मी और सभी राष्ट्रपति जी को पत्र लिखिए मुझे और मेरे शहर के पीड़ित लोगों और उनके परिजनों जेसे लाखों हिन्दुस्तानियों को आपकी मदद का इन्तिज़ार है .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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