ठंड में कुछ औषधीयां स्त्री और पुरुष दोनों के लिए समान रूप से पोषक व बलवर्धक है। ऐसी ही एक औषधि है शतावरी। आज हम आपको बताने जा रहे हैं शतावरी पाक की विधि जो सर्दियों में शरीर के लिए विशेष रूप से लाभदायक है।
सामग्री- शतावरी, पवार और खिरेंटी तीनों की जड़ 100-100 ग्राम, घी 250 ग्राम, मावा 450 ग्राम, एक किलो मिश्री, लौंग, छोटी इलायची, जायफल, जावित्री, छोटे गोखरु- ये पांचों 10-10 ग्राम, 200-200 ग्राम।
विधि- तीनों जड़ों को कूट पीस कर महीन छान ले। कढ़ाई में सब घी डाल कर भून लें। मावा अच्छी तरह सेंक कर इसमें मिला दें। मिश्री की चाशनी बना कर इसमें चूर्ण मिला हुआ मावा डाल कर गरम करें। फिर इस चूर्ण को डालकर भून लें। मावा अच्छी तरह सेंक कर लौंग, इलायची आदि।पांचों को पीस कर डाल दें। किशमिश व कतरी हुई बादाम डालकर घी का हाथ लग थाली में फैला कर बर्फी जमा लें। 20-20 ग्राम वजन की बर्फी काट कर बर्नी में भर रख लें।
सेवन विधि- एक-एक बर्फी सुबह व रात को सोते समय खाकर एक गिलास मीठा दूध पीना चाहिए। पूरे शीतकाल इस पाक का सेवन करने से सब प्रकार की कमजोरियां नष्ट हो कर शरीर में खूब बलवीर्य की वृद्धि होती है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 दिसंबर 2011
शतावरी पाक: ठंड मे एक अनोखी दवा बनाकर खाएं और देखें कमाल
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