नई दिल्ली. अन्ना हजारे और कांग्रेस के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। रविवार को जंतर मंतर पर कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी को निशाना बनाने वाले अन्ना हजारे के खिलाफ कांग्रेसी नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। राहुल की आलोचना से बौखलाए पार्टी के वरिष्ठ नेता गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता को धमकी दे रहे हैं।
केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने अन्ना को धमकाते हुए कहा है, ' विपक्ष राहुल गांधी से डरा हुआ है। अन्ना हजारे विपक्ष खासकर आरएसएस के प्रवक्ता बन गए हैं। हजारे ने इस देश के लिए क्या किया है? कांग्रेस उनसे डरी हुई नहीं है। अगर अन्ना यूपी आए तो देख लेंगे।'
वहीं, कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता हनुमंत राव ने भी अन्ना के बयान की आलोचना की है। हनुमंत राव ने भी अन्ना को धमकी देते हुए कहा, 'राहुल के खिलाफ अन्ना नुक्ताचीनी न करें। इससे पार्टी के कार्यकर्ता भड़क सकते हैं। वे भड़क गए तो तुरंत अन्ना की दुकान बंद हो जाएगी। इस देश में सब लोग जानते हैं कि राहुल गांधी के परिवार ने समाज के लिए क्या किया है। उन्हें किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।'
पार्टी के प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी अन्ना की आलोचना करते हुए पूछा, 'इस देश में बाकी सभी झूठे हैं केवल अन्ना हजारे की अकेले सत्यवादी हरिश्चंद्र हैं?क्या वे जो बोल रहे हैं वे भगवान के शब्द हैं?' राहुल गांधी के करीबी सांसद और केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन ने कहा, 'अन्ना हजारे को राहुल फोबिया हो गया है।'
दिग्विजय सिंह भी अन्ना की आलोचना में पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा, 'मैं शुरू से कहता रहा हूं कि अन्ना का एजेंडा राजनीतिक है। अन्ना हजारे के पीछे बीजेपी का गेम प्लान है। जिस प्रकार संघ के कार्यकर्ता आतंकवादी गतिविधि में पकड़े गए, इस मुद्दे से देश का ध्यान बंटाने के लिए बीजेपी राहुल गांधी पर अन्ना के जरिये निशाना बना रही है। राहुल गांधी ने सबसे पहले लोकपाल को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की वकालत की तो पहले सभी ने उनका मजाक उड़ाया लेकिन अब सभी उनकी बात मान रहे हैं।'
जबकि कांग्रेस के सांसद संजय निरुपम ने कहा, 'अन्ना बीजेपी की भाषा बोलते हैं। कांग्रेस के लोकप्रिय नेताओं पर निशाना साधने की बीजेपी की परंपरा रही है। इन्होंने इंदिरा जी, राजीव जी, सोनिया जी और मनमोहन सिंह के बारे में क्या-क्या नहीं कहा। अब अन्ना ने बीजेपी का एजेंडा अपने हाथ में ले लिया है।' पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा, 'अन्ना सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। जंतर-मंतर पर रविवार को इकट्ठा हुए सभी राजनीतिक दल कांग्रेस के विरोधी हैं। राहुल गांधी ने ही लोकपाल को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की मांग संसद में उठाई थी।'
कांग्रेस के अलावा आरजेडी सुप्रीमो ने भी गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता के एक बयान की आलोचना की है। लालू प्रसाद यादव ने अन्ना पर हमला बोलते हुए कहा, 'अन्ना हजारे ने कहा है कि संसद में 180 गुंडे बैठे हुए हैं। यह संसद की अवमानना है, उन्हें अपने शब्द वापस लेने चाहिए। अन्ना के ऐसे बयानों से अराजकता फैल सकती है।' लालू यादव ने राहुल को लेकर अन्ना के बयान पर कहा, 'राहुल गांधी का उत्साह भंग करने के लिए अन्ना राहुल के खिलाफ बयान दे रहे हैं। अगर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है तो इसमें गलत क्या है?'
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
12 दिसंबर 2011
अन्ना को धमकी- कांग्रेसी भड़क गए तो तुरंत बंद करा देंगे दुकान
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