22 दिसंबर को दिन सबसे छोटा (करीब साढ़े 10 घंटे) और रात सबसे बड़ी (करीब साढ़े 13 घंटे) होगी। हर साल इस खगोलीय घटना की पुनरावृत्ति 22 दिसंबर को होती है।
22 दिसंबर को सूर्य पृथ्वी के दक्षिणी गोलाद्र्ध में साढ़े तेइस डिग्री दक्षिणी अक्षांश यानी मकर रेखा पर एकदम लंबवत चमकेगा। इस दिन भारत सहित उत्तरी गोलार्द्ध में साल की सबसे लंबी रात होगी। समूचा उत्तरी गोलार्द्ध शीत की चपेट में आ जाएगा। इसके विपरीत दक्षिणी गोलाद्र्ध में ग्रीष्म ऋतु चरम पर होगी। इस दिन वहां (दक्षिणी गोलाद्र्ध) सूर्य दिन में लंबी अवधि तक चमकता रहेगा। इससे साढ़े तेइस डिग्री अक्षांश पर कर्क रेखा और उसके आसपास उज्जैन, इंदौर, रतलाम, नागदा, भोपाल और जबलपुर आदि स्थानों पर दिन 10 घंटे 33 मिनट का होगा। रात की अवधि 13 घंटे 27 मिनट की होगी।
क्यों होता है ऐसा: पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े तेइस डिग्री झुकी हुई सूर्य की परिक्रमा करती है। ऐसे में कभी उसका उत्तरी गोलाद्र्ध सूर्य के सम्मुख होता है तो कभी दक्षिणी गोलाद्र्ध। 22 दिसंबर को सूर्य दक्षिणी गोलाद्र्ध में अपनी अंतिम सीमा यानी दक्षिण पूर्वी कोने से उदय होता हुआ दिखाई देगा। वास्तव में इस दिन सूर्य पृथ्वी की मकर रेखा पर होगा, मकर राशि में नहीं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
21 दिसंबर 2011
गुरुवार है बहुत खास, साल का सबसे छोटा दिन होगा 22 दिसंबर
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