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10 नवंबर 2011

पाकिस्‍तान बोला- दे दो कसाब को फांसी, पर समझौता ब्‍लास्‍ट से भी जोड़ा

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अद्दू (मालदीव) .पाकिस्तान ने एक बार फिर कूटनीतिक स्तर पर भारत को छकाने की कोशिश की है। पाकिस्तान ने एक बार फिर समझौता एक्सप्रेस विस्फोट कांड को मुंबई हमले से जोड़ दिया है। पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा कि कहा, 'कसाब एक आतंकवादी है। वह नॉन स्टेट एक्टर है (मतलब कि उसकी गतिविधियों से पाकिस्तान सरकार का कोई लेनादेना नहीं है)। उसे फांसी मिलनी चाहिए।' लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट की जांच पर भी पूरे पाकिस्तान की नज़र है।

इस बीच, मालदीव में शुरू हुए17 वें सार्क सम्मेलन के दौरान भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात खत्म हो गई है। इस भेंट के बाद भारत के प्रधानमंत्रीमनमोहन सिंह ने कहा, 'हम फिर से बातचीत शुरू करेंगे। मुझे लगता है कि गिलानी शांति पसंद करने वाले व्यक्ति हैं। पहले की कड़वाहटों को भूलें। भारत और पाकिस्तान के लोगों का भाग्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है।' वहीं, गिलानी ने भी कहा कि है कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है

पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने दोनों नेताओं की भेंट के समय मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि मुंबई (मुंबई हमला) या समझौता (समझौता ब्लास्ट) जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए, इससे विश्वास घटता है। पाकिस्तान सरकार ने मुंबई हमले के बाद कहा था कि कसाब पाकिस्तान का नागरिक नहीं है। लेकिन जनवरी, 2009 में पाकिस्तान ने यह स्वीकार किया था कि वह पाकिस्तान का नागरिक है।


रहमान मलिक ने भारतीय मीडिया को यह भरोसा दिलाया कि 26/11 को मुंबई पर हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ मुकदमे में पाकिस्तानी न्यायिक आयोग के भारत दौरे पर आने के बाद तेजी आएगी। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने कहा, 'पाकिस्तान सरकार वहां के न्यायिक आयोग की भारत यात्रा की प्रतीक्षा कर रही है ताकि भारत में कुछ सुबूत हाथ लग सकें ताकि उनके देश में मौजूद आरोपियों के खिलाफ ठोस सुबूत पेश किया जा सके। एक बार जब वह आयोग भारत चला जाएगा तो उसकी रिपोर्ट पाकिस्तान की न्यायिक प्रक्रिया के लिए बेहद अहम होगी।' जब उनसे यह पूछा गया कि न्यायिक आयोग भारत में कब तक रहेगा इस सवाल के जवाब में मलिक ने कहा कि वे तीन-चार दिन रहेंगे, जब तक आप उन्हें बतौर मेहमान मंजूर कर सकें। मुकदमे के पूरे होने के सवाल पर मलिक ने कहा, 'जैसे ही रिपोर्ट सामने आती है, प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लेकिन अभी कोई समय सीमा बताना बेहद मुश्किल होगा।'


रहमान मलिक कसाब समेत मुंबई के हमलावरों को ट्रेनिंग देने वाले जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद पर पूछे गए सवाल के जवाब में मलिक ने कहा कि उनके पास ऐसे कोई सुबूत नहीं हैं, जिससे यह साबित हो कि सईद का रिश्ता आतंकवादी गतिविधियों से है। रहमान मलिक ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार वीज़ा पर प्रोटोकॉल जारी कर सकती है ताकि दोनों देशों के बीच आना-जाना ज़्यादा आसान हो।


जमात उद दावा को आतंकवादी संगठनों की सूची से हटाए जाने के सवाल पर मलिक बोले, 'सूचना सुबूत नहीं होती।' जमात उद दावा को इस सूची में रखने के लिए पर्याप्त सुबूत नहीं हैं। हाफिज सईद को रिहा किए जाने पर मलिक ने कहा कि सईद को पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने जमानत पर रिहा किया है। इसमें पाकिस्तान सरकार कुछ नहीं कर सकती। उन्होंने एक बार फिर यह माना कि उनकी हुकूमत को यह नहीं मालूम था कि ओसामा उन्हीं के यहां छुपा हुआ है। उन्होंने कहा कि बिन लादेन को सीआईए ने ट्रेनिंग दी थी और लादेन को पता था कि कैसे छुपा जाता है।

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