नई दिल्ली. हिंदुस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत और जापान परस्पर सामरिक संबंधों का दायरा बढ़ाएंगी। इसके लिए वे सशस्त्र बलों के साझा प्रशिक्षण के अलावा नियमित सैन्य अभ्यास पर सहमत हो गए हैं।
दोनों देशों के बीच अगले साल से द्विपक्षीय रक्षा नीति संवाद भी शुरू होने जा रहा है। इसके लिए 2012 के आरंभ में जापानी रक्षा मंत्री यासुवो इचिकावा भारत आएंगे। इस आशय की सहमति दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच टोक्यो में हुई बातचीत के दौरान बनी।
सूत्रों के मुताबिक अगले साल दोनों देशों की सेना और वायु सेना के बीच सैन्य संवाद के कार्यक्रम को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। रक्षा मंत्री एके एंटनी व उनके जापानी समकक्ष इचिकावा की बातचीत के दौरान समुद्री सुरक्षा, डकैती निरोधक उपाय, निर्बाधित नौ वहन की स्वतंत्रता और समुद्री संचार की सुरक्षा जैसे मसले छाए रहे।
समुद्री डकैतों का जिक्र करते हुए एंटनी ने कहा कि उन्हें दंडित करने के लिए कानूनी ढांचे के साथ-साथ इसमें प्रयुक्त होने वाले धन पर निगरानी की भी जरूरत है ताकि उसे आतंकी गुटों के हाथों तक पहुंचने से रोका जा सके।
दोनों देशों ने इस समस्या से पार पाने के लिए किए जा रहे संयुक्त उपायों पर भी चर्चा की। साथ ही क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मसलों पर खुलकर बात हुई। एंटनी के साथ गए प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा, जापान में भारत के राजदूत आलोक प्रसाद, नौसेना उप प्रमुख वाईएस एडमिरल आरके दीवान और सेना की मध्य कमान के प्रमुख ले. जन वीके आहलूवालिया भी शामिल थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)