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24 नवंबर 2011

अपने अखलाक से दुनिया को अपना बनाओ

अपने अखलाक से दुनिया को अपना बनाओ ..और यही कुरान की शिक्षा है अल्लाह और उसके रसूल का संदेश है जो लोग इससे अलग हठ कर अपने आचरण से लोगों को दुक्ख तकलीफ पहुंचाते है हक तलफी करते है इंसाफ नहीं करते वोह लोग ज़ुल्म करते है और इनकारी है ......उक्त उदगार प्रकट करते हुए आज यहाँ आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मोलाना सलमान नदवी ने कहा के सभी धर्मों को कुछ लोग गलत तरीके से पढ़ा रहे है और लोगों के जहन में जो बात धर्मों में नहीं है वोह पढाई जा रही है उन्होंने कहा के बच्चे को अगर चार चार छ पढाया जाएगा तो वोह यही सही मानेगा ..किसी को कब्र पूजने और कब्रों को खुदा का वकील मन जाएगा तो लोग यही सच समझेंगे लेकिन जो कुरान कहता है जो मोहम्मद सल्लालाहे वसल्लम कहते है अगर उसपर अमल कर लिया जाए तो आपके अखलाक से आपके आचरण से लोग खुद बा खुद आपके साथ होते जायेंगे उन्होंने कहा के इस पांडाल में आज लाखो की तादाद में लोग होना चाहिए थे लेकिन कुछ लोग हैं जो शेतान बनकर सामने आ जाते है उन्होंने कहा शेतान सब जगह होते है जो लोगों को अच्छा काम करने से रोकते है .उन्होंने कहा के जब मक्का और मदीना में लोग सभी मसलक के होने के बाद भी एक साथ नमाज़ अदा करते है और एक लाख नमाज़ का सवाब उठाते है तो फिर यह मसलक यह फिरके बाज़ी क्यूँ अब तो मस्जिदें भी फिरकों की बन गयी हैं जबकि खुदा इसकी कभी इजाजत नहीं देता है उन्होंने कहा के हमारे अखलाक का ही नतीजा है के फ़्रांस में सख्ती के बाद २५ हजार महिलाओं ने इस्लाम ग्रहण किया और अमेरिका में हमले के बाद जब लोगों ने यूँ ही इस्लाम के बारे में जाने के लियें कुरान मजीद खरीद कर पढ़े और उसका सच जाना तो वहां हजारों की तादाद में मुसलमान हो गये और यह सिलसिला लगातार जारी है इसीलियें आज अमेरिका और ब्रितानी हुकूमते इस्लाम से दरी हुई है और इजराइली ताकतों के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक गलत तस्वीर इस्लाम की प्रचारित कर रही है उन्होंने कहा के ऐसा एक तरफ अमेरिका द्वारा क्या जा रहा था और दूसरी तरफ जो महिला जासूसी के आरोप तालिबानियों की केद में थी और जब उसे छोड़ा गया तो वोह इस्लाम के जानकारों के व्यवहार से इतनी प्रभावित हुई के आज वोह इस्लाम धर्म की अलमबरदार बन कर यूरोप में अपने झंडे गाड़ रही हैं ..उन्होंने कहा के अमेरिकी संस्क्रती है वहां बच्चों को शिशुग्रहों में छोड़ा जाता है और बूढों को व्र्द्धाश्रमों में छोड़ा जाता है वहां ओरतों पर ज़ुल्म किया जाता है एक पसंद आई तो दूसरी को छोड़ दिया जाता है और हमारे देश के गरीब होने के बाद भी इस बुराई को हम वहां से अपने साथ ले आये है जबकि हमे बूढों की इज्ज़त और बच्चों के हिफाजत करना चाहिए उन्होंने कहा के अपने आमालों से लोगों को अपनी नेकियों से अपना बनाओ और जो गलत फहमियाँ है उन्हें दूर करो अमन सुकून चेन कायम करो .....मोलाना राबे नदवी पर्सनल ला बोर्ड के अध्यक्ष बीमारी के कारण कोटा नहीं आ पाए और इसिलिएँ उनके नवासे मसूद हसन साहब ने उनका संदेश पढकर सुनाया ..जलसे को डोक्टर आजम बेग ..उस्ताद अब्दुल रशीद शहर क़ाज़ी अनवर अहमद .नायब काजी जुबेर अहमद ने भी सम्बोधित किया ....... अकह्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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