अच्छा और स्वादिस्ट खाना सभी की पसंद होता है और जीवित रहने के लिए सबसे अधिक जरूरी चीजों में से एक यही है। खाने के बिना हमारे शरीर को ऊर्जा प्राप्त नहीं हो सकती और फिर जीना मुश्किल हो सकता है। इसी वजह से हमें प्रतिदिन कम से कम दो बार भोजन अवश्य करना चाहिए ताकि हम स्वस्थ और ऊर्जावान रह सके।
भोजन के संबंध में कई प्रकार के धार्मिक नियम भी बताए गए हैं। इन नियमों का पालन पर भोजन से संतुष्टि और देवी-देवताओं से कृपा प्राप्त होती है। अच्छा और स्वादिष्ट खाना सभी को पसंद होता है लेकिन कई खाने में कोई कमी रह जाती है तब कुछ भोजन की बुराई शुरू कर देते हैं। शास्त्रों के अनुसार किसी भी परिस्थिति में खाने की बुराई करना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा करने वाले से मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं और फिर व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
खाने की बुराई करना पाप ही माना जाता है। खाने में कमियां निकालना अच्छा नहीं माना गया है। अन्न को भी देवता के समान ही माना जाता है अत: खाने में कमियां निकालने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है। भोजन से संतुष्टि प्राप्त नहीं हो पाती है और स्वास्थ्य के लिए भी यह हानिकारक है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
01 नवंबर 2011
खाते समय आप भी ये गलत काम न करें, क्योंकि...
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