इस्लामाबाद. पाकिस्तान की सीमा में नाटो के हमले के बाद अमेरिका से उसकी तनातनी बढ़ गई है। कबायली इलाके में नाटो के हवाई हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने अमेरिका को अपने यहां स्थित उसका एक महत्वपूर्ण एयरबेस खाली करने को कहा है। पाकिस्तान ने अमेरिका को इसके लिए 15 दिनों की मोहलत दी है।
कैबिनेट की रक्षा मामलों की समिति की बैठक के बाद पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि वो अमरीका, नैटो और अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के साथ सभी कार्यक्रमों पर जारी सहयोग पर दोबारा विचार करेगी जिसमें कूटनीतिक, राजनीतिक, सैन्य सहयोग शामिल है। समिति ने यह भी कहा है कि अमरीका को शम्सी हवाई अड्डा 15 दिन में खाली करना होगा। अमरीका यहां से ड्रोन हमले करता है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से फोन पर बात कर शम्सी हवाई अड्डा खाली करने की मियाद रखी।
खार ने ब्रिटिश विदेश मंत्री विलियम हेग से भी बात की और कैबिनेट कमेटी के फैसले से उन्हें अवगत करा दिया। हेग ने नाटो हमले में पाकिस्तानी सैनिकों की मौत पर गहरा दुख जताया है। पाकिस्तान ने इस मामले में अफगानिस्तान से भी अपना विरोध दर्ज करा दिया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक नाटो या गठबंधन सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल गठबंधन सेना के नियमों का भी उल्लंघन है। अफगानिस्तान की सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसकी जमीन से ऐसे हमलों को अंजाम देने से रोका जाए।
हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने नाटो हमले में मारे गए सैनिकों के प्रति संवेदना जाहिर की है। हिलेरी क्लिंटन और रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने संयुक्त बयान जारी कर इस हमले पर अफसोस जाहिर किया और इस घटना के लिए माफी मांगी। अमेरिका ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी और पाकिस्तान की ओर से की जारी जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा। गौरतलब है कि अफगानिस्तान की सीमा से सटे पाकिस्तान के मोहमंद इलाके में शनिवार तड़के हुए हवाई हमले में दो अफसरों समेत पाक सेना के 28 लोग मारे गए (पूरी खबर पढ़ने के लिए रिलेटेड पर क्लिक करें)।
अमेरिकी और नाटो सेनाओं को सभी तरह की सप्लाई रोकने के बाद पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने सेना को जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है। पाकिस्तान के विदेश सचिव सलमान बशीर ने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत कैमरॉन मुंटेर को बुलाकर विरोध जताया। मुंटेर ने अफसोस जताते हुए जांच में सहयोग की पेशकश की है।
नाटो के प्रवक्ता ने माना है कि इस बात की आशंका काफी ज्यादा है कि अफगान सीमा पर हुए हमले के लिए नैटो जिम्मेदार है। ब्रिगेडियर जनरल कार्स्टन जैकबसन ने पाकिस्तान को शोक संदेश भेजा है और कहा कि नैटो इस बात की जांच कर रहा है कि यह घटना कैसे हुई।
पाकिस्तान ने अमरीका और नाटो के साथ सहयोग की नीति पर फिर से विचार करने के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी की अध्यक्षता में बनी समिति ने अफगानिस्तान में नाटो के लिए खाद्य और अन्य सामग्री ले जाने वाले रास्ते बंद कर दिए हैं गिलानी ने इस हमले को पाकिस्तान की संप्रभुता में दखल बताया है।
पाकिस्तान की अवाम में भी नाटो हमले को लेकर गुस्सा है। शनिवार को लाहौर में प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका विरोधी रैली निकाली। कराची के व्यापारियों ने अमेरिकी सामानों का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। लाहौर में वकीलों ने इस हमले के विरोध में हड़ताल करने का फैसला किया है
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 नवंबर 2011
नाटो हमले पर जवाबी कार्रवाई को तैयार पाक, मिली धमकी तो अमेरिका ने मांगी माफी
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