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25 नवंबर 2011

कोर्ट में हरविंदर को जड़ा चांटा, फूंका अन्‍ना का पुतला: पवार समर्थकों के हंगामे पर भड़के अन्‍ना


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नई दिल्‍ली. केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के गाल पर थप्‍पड़ पड़ने के बाद से दिल्‍ली से लेकर महाराष्‍ट्र तक में गुस्‍सा है। उन्‍हें थप्‍पड़ मारने वाले ह‍रविंदर सिंह को शुक्रवार को पवार के एक समर्थक ने थप्‍पड़ मार कर बदला लिया। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान यह वाकय हुआ।

हरविंदर सिंह ने जज से कहा कि यदि उसे छोड़ दिया गया तो वह फिर नेताओं पर हमला करेगा। इस पर न्यायालय ने उसे लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

पेशी के दौरान हरविंदर को थप्‍पड़ मारने वाले राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की हरियाणा युवा इकाई के कार्यकर्ता दिनेश कुमार जोशी ने कहा कि जेल से बाहर निकलने पर उसे फिर मारा जाएगा। जोशी ने कहा कि उसने हमारे बॉस को मारा है। उन्‍होंने मीडिया से बातचीत में खुली चुनौती देते हुए कहा कि नेताओं पर हमला करने वाले ऐसे लोगों को खोज खोज कर पीटा जाएगा।

एनसीपी के कार्यकर्ता महाराष्‍ट्र में भी खूब हंगामा कर रहे हैं। पार्टी ने शुक्रवार को पुणे बंद का आह्वाण किया है। अन्‍ना के गांव में पवार समर्थकों ने जम कर उनका विरोध किया। उनकी अन्‍ना के समर्थकों से झड़प भी हुई। एनसीपी कार्यकर्ताओं ने अन्‍ना हजारे का पुतला भी फूंका। इसके बाद अन्‍ना की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

अन्‍ना ने कहा है कि जब पुणे में पुलिस फायरिंग में कई किसान मारे गए थे तब एनसीपी के कार्यकर्ता सड़कों पर नहीं उतरे थे और पवार को एक थप्‍पड़ पड़ने पर वे हंगामा मचा रहे हैं।
एनसीपी ने शुक्रवार को यह मुद्दा संसद में भी उठाया। संसद ने पवार पर हुए हमले की निंदा की। लोकसभा की कार्यवाही एक बार स्‍थगित होने के बाद 12 बजे दोबारा शुरू हुई तो तमाम पार्टियों के सांसदों ने एक सुर में इस घटना की निंदा की और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। खास बात यह रही कि इस दौरान सदन में शांति बनी रही। शीतकालीन सत्र शुरू (22 नवंबर) होने के बाद से पहली बार सदन में इस तरह की शांति दिखी और नेताओं ने अपनी बात कही। इस मुद्दे पर उनकी बात खत्‍म होते ही फिर से हंगामा शुरू हुआ और करीब एक बजे सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्‍थगित करनी पड़ी। इस बार हंगामा रीटेल सेक्‍टर में एफडीआई की मंजूरी को लेकर था। राज्‍यसभा की कार्यवाही इसी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के चलते पहले ही सोमवार तक के लिए स्‍थगित की जा चुकी थी।

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