नई दिल्ली. अन्ना हजारे के जन लोकपाल आंदोलन के खातों का संचालन करने वाले एनजीओ पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन (पीसीआरएफ) के ऑडिट का काम पूरा हो गया है। एक अप्रैल से 30 सितंबर के बीच इस संस्था को नकद, चैक व ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के जरिए 2 करोड़ 94 लाख, 54 हजार 776 रुपए प्राप्त हुए। प्राप्त राशि में से 42 लाख 55 हजार 697 रुपए वापस उन्हीं खातों में लौटा दिए गए, जहां से वे आए थे। इस राशि को देने वालों का कोई विवरण उपलब्ध नहीं था। बचे हुए 2 करोड़ 51 लाख 99 हजार 97 रुपए में से एक करोड़ 57 लाख 49 हजार 58 रुपए आंदोलन में खर्च किए गए। शेष राशि 94 लाख 65 हजार 419 रुपए पीसीआरएफ के खाते में जमा हैं।
आंदोलन को मिली आर्थिक मदद व उसके दुरुपयोग पर राजनीतिक दलों एवं आंदोलन से जुड़े कुछ कार्यकर्ताओं ने भी सवाल उठाए थे। अन्ना ने सितंबर में रालेगण सिद्धि में हुई कोर कमेटी की पहली बैठक में एलान किया था कि जल्द ही आंदोलन को जनता की आर्थिक मदद व उसके खर्च की ऑडिट रिपोर्ट जारी की जाएगी।
आंदोलन में 27 हजार 500 से भी अधिक लोगों ने आर्थिक मदद दी थी। इनमें 25 हजार से अधिक दानदाताओं ने रामलीला मैदान के दौरान ही अपना सहयोग दिया। एक लेनदेन के जरिए सबसे बड़ी राशि 25 लाख रुपए उद्योगपति सीताराम जिंदल (यह दानराशि संस्था को जंतर-मंतर पर अप्रैल में हुए आंदोलन के दौरान मिली) की ओर से मिले जबकि सबसे कम 5 रुपए की राशि पर भी रसीद दी गई। रामलीला मैदान में हुए आंदोलन के दौरान कोर कमेटी के अहम सदस्य शांतिभूषण ने 4 लाख रुपए सहयोग दिया।
जनसभाओं में अधिक खर्च
खर्चों की बात करें, तो सबसे अधिक खर्च जनसभाओं (जंतर-मंतर, राजघाट व रामलीला मैदान) में 52 लाख 27 हजार 495 रुपए हुए। इसमें टेंट, साउंड सिस्टम वगैरह का खर्च शामिल है। दूसरी बड़ी राशि वेबसाइट संचालन, इंटरनेट व मोबाइल से एसएमएस करने पर 45 लाख 50 हजार रुपए खर्च की गई। आंदोलन के दौरान जागरूकता पैदा करने व संदेश देने के लिए 30 करोड़ से अधिक लोगों को एसएमएस भेजे गए। पंपलेट व बुकलेट प्रकाशित करने में भी 26 लाख 55 हजार रुपए खर्च किए गए। इसके बाद 9 लाख 83 हजार रुपए आवागमन व परिवहन पर खर्च हुए, इसमें से 4 लाख 56 हजार रुपए टीम अन्ना के सदस्यों के दिल्ली से बाहर आने-जाने और बाकी राशि आंदोलन के दौरान स्थानीय आवागमन में खर्च हुए। वॉलंटियर के खानपान, इलाज, वीडियो रिकॉर्डिंग में भी भारी खर्च आया। आमदनी व खर्च का यह ब्योरा मंगलवार को आंदोलन की वेबसाइट पर जारी कर दिया जाएगा।
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