ज्योतिषियों का दावा है कि ऐसा विचित्र संयोग एक हजार साल बाद आ रहा है, क्योंकि इतने समय में केवल चार या पांच ग्रहण ही लगते हैं। इसी कारण यह पूरा वर्ष विश्व राजनीतिक दृष्टि से उथल पुथल वाला रहा। कई तानाशाह मार गिराए गए। चूंकि अभी 13 माह का समय पूरा होने में एक माह और बचा है। इस दौरान भी राजनीतिक दृष्टि से उठापटक चरम पर रहने की संभावना है
ज्योतिषाचार्य पंडित ओपी त्रिपाठी का कहना है कि 25 नवंबर के सूर्य ग्रहण का प्रभाव भारत पर नहीं होगा। दूसरी ओर 10 दिसंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण शाम 6 से रात 9.48 तक रहेगा। इसका सूतक सुबह 9.15 मिनट पर आरंभ हो जाएगा। इस दिन चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र के वृष राशि में होगा। इस तरह यह शनि व चंद्रमा का षडाष्टक योग बनता है। जो निर्यातकों के लिए शुभ समाचार लाएगा। लेकिन टैक्स में बढ़ोतरी होने से इंडस्ट्री की मुसीबतें बढ़ सकती है। इस योग में सुख सुविधाओं वाली वस्तुएं के भी महंगे होने की संभावना है।
कब-कब ग्रह
21 दिसंबर 2010 चंद्र ग्रहण। 4 जनवरी 2011 सूर्य ग्रहण। 1 जून 2011सूर्य ग्रहण। 15 जून 2011 चंद्र ग्रहण। 1 जुलाई सूर्य ग्रहण। 25 नवंबर सूर्य ग्रहण 10 दिसंबर चंद्र ग्रहण।
राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव
मेष व मिथुन : धन हानि होगी। वृष : शारीरिक कष्ट के साथ साथ चोट का भय। कर्क : धन लाभ लाएगा यह ग्रहण। सिंह : अज्ञात चिंता कर देगी परेशान। कन्या : शत्रु भय सताएगा। तुला : सुख समृद्धि देगा यह ग्रहण। वृश्चिक: जीवन साथी को उठाना पड़ सकता है कष्ट। धनु : लोभ बढ़ेगा। मकर : सम्मान हानि होगी। कुंभ : कार्य सिद्धि में सहयोगी होगा यह ग्रहण। मीन : धन लाभ देगा चंद्र ग्रहण।
कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण
भारत, आस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, पूरा एशिया, पूर्व अफ्रीका व यूरोप।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)