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30 अक्तूबर 2011

राज्यमंत्री राजेंद्रसिंह गुढ़ा के साथ रविवार दोपहर धक्का-मुक्की हो गई

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चंवरा/गुढ़ा(झुंझुनूं).पर्यटन राज्यमंत्री राजेंद्रसिंह गुढ़ा के साथ रविवार दोपहर धक्का-मुक्की हो गई। घटना उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के चौफुल्या गांव की है। बसों के रूट को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठे थे। धरना स्थल पर पर्यटन राज्यमंत्री गुढ़ा पहुंचे। माइक पर गलत भाषा बोलने पर मंत्री ने टोका-टाकी की।

इस पर वहां बैठे चंवरा के बिरजुसिंह पुत्र झाबरराम गुर्जर ने खड़े होकर राज्यमंत्री के साथ धक्का-मुक्की की। पुलिस ने उसे दबोच लिया और शांतिभंग में गिरफ्तार कर थाने ले गई। थानाधिकारी विक्रमसिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में झड़प हुई थी। समझाइश के बाद दोनों पक्ष शांत हो गए।

धरने में जिला उपप्रमुख विद्याधर गिल, मनोज मील, शीशराम राजोरिया, जिप सदस्य मूलचंद खरींटा, रामनिवास सैनी, रविंद्र भडाना, धोलू खटाणा, रामदेव सैनी, जगदीश पटवारी, मूलचंद सैनी पूर्व सरपंच ककराना, रामसिंह गुड़ा सहित काफी लोग बैठे थे। घटना के बाद एएसपी ओमप्रकाश कटारिया भी मौके पर पहुंच गए।

शाम छह बजे समझौता वार्ता हुई। संघर्ष समिति व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद धरना उठा लिया गया। नीमकाथाना रूट की छह बसें नेवरी होकर व दो बसें किशोरपुरा होकर जाएंगी।

गुढ़ा से नीमकाथाना जाने वाली निजी बसें चंवरा से किशोरपुरा, पौंख होकर जा रही थी। नेवरी के ग्रामीणों ने परिवहन विभाग से बसों को नेवरी होकर जाने की मांग की। 21 सितंबर को पर्यटन राज्यमंत्री की अध्यक्षता में बस ऑपरेटरों, परिवहन विभाग, पुलिस अधिकारी व ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई। इसमें तय किया कि नीमकाथाना जाने वाली सभी बसें नेवरी होकर जाएंगी।

रूट बदलने को लेकर किशोरपुरा मोड़ एवं पौंख के ग्रामीणों ने रविवार सुबह चौफुल्या स्टैंड पर धरना शुरू कर दिया

टोका तो हो-हल्का करने लगे : गुढ़ा

"नेवरी व किशोरपुरा गांवों के लोग बरसों से बस सुविधा से वंचित थे। कोशिश के बाद भी समाधान नहीं हो सका। इसके बाद बस संचालकों को रूट के मुताबिक गाड़ियां चलाने के निर्देश प्रशासन द्वारा दिए गए। इस बात को लेकर धरना-प्रदर्शन करने वाले लोगों ने राजनीति शुरू कर दी। एक संघर्ष समिति बना ली, जिसमें कोई स्थानीय व्यक्ति शामिल नहीं है। बाहर के लोग आकर हमारे गांवों का माहौल बिगड़ना चाह रहे हैं। धरने में कई शराबी बैठे थे, जो गलत भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। इसके लिए टोका तो हो-हल्ला करने लगे।"

राजेंद्रसिंह गुढ़ा, पर्यटन राज्यमंत्री

"हम वार्ता करने गए थे। मंत्री आए और धरने पर बैठे लोगों के साथ बदतमीजी की। मंत्री उनकी मीटिंग को भंग करना चाहते थे।"

विद्याधर गिल, जिला उपप्रमुख

"धरने में पर्यटन मंत्री पहुंचे तो तनातनी हो गई। एक शराबी युवक को मौके पर पकड़कर शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया।"

विक्रमसिंह, थानाधिकारी गुढ़ागौड़जी

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