आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

02 अक्तूबर 2011

पहियों पर दौड़ती सरकार



kota news


कोटा। लगता है सूबे की 'हुकूमत' पहियों पर ही चल रही है। जी हां, पहियों पर..., तभी तो हमारे वजीर-ए-आला और उनके मंत्रिमण्डल के तमाम वजीर अपनी सरकारी कारों से हर दिन करीब साढ़े पांच हजार किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं। यानी मंत्रिमण्डल तकरीबन सौ घंटे रोजाना सड़कों पर बिता रहा है।

अब भले ही यह तर्क दें कि वे जनता के बीच जा रहे हैं, लेकिन हकीकत जगजाहिर है। इनसे एक अदद मुलाकात के लिए 'राजधानी' के चक्कर काटते-काटते आमजन 'चक्करघिन्नी' हो जाता है। यह तो वह सफर है, जो सिर्फ सड़क पर किया जा रहा है। हवाई व रेलपथ पर भी 'सरकार' जमकर सफर कर रही है।

गुढ़ा अव्वल, ओला पीछे
उक्त अवधि में आवंटित वाहनों के चलन के हिसाब से राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा पहले पायदान पर है। जबकि बृजेन्द्र सिंह ओला का नम्बर अंत में आता है। गुढ़ा के वाहन तो इस अवधि में 2.96 लाख किलोमीटर से ज्यादा दौड़े। जबकि आपदा प्रबंधन देखने वाले राज्यमंत्री ओला के वाहनों ने सिर्फ 96 हजार 741 किलोमीटर सफर किया। मोटर गैराज विभाग के चालक इस बात को कबूलते हैं कि मंत्री इतनी यात्रा नहीं कर पाते, बल्कि उनके वाहन इतनी यात्रा कर रहे हैं। कैसे कर रहे हैं? यह किसी से छुपा नहीं है।

संभव नहीं इतना सफर
हाल ही में राज्य विधानसभा में मोटर गैराज विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक वर्ष 2009 से जुलाई 2011 तक की अवधि में मुख्यमंत्री सहित राज्य मंत्रिमण्डल के 28 सदस्यों की 99 कारों ने 50 लाख 31 हजार 309 किलोमीटर यात्रा की। इस हिसाब से पूरे ढाई साल तक प्रत्येक मंत्री ने रोजाना औसतन करीब दो सौ किलोमीटर यात्रा की। वाहनों की तकनीकी जानकारी रखते वालों की मानें तो ऎसा किसी भी सूरत में संभव नहीं है कि कोई लगातार ढाई साल तक दो सौ किलोमीटर यात्रा कर ले। वीआईपी अंदाज में रहने वाले मंत्रियों के लिए तो क्या, यह तो पेशेवर चालकों के लिए भी संभव नहीं है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...