कहते हैं कि प्यार दिलों में बसता है लेकिन विज्ञान की मानें तो केमिकल लोचा के कारण प्यार होता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जब भी दो लोग आपस में आकर्षित होते है तो उस समय दिमाग में एड्रेनिल जैसे न्यूरोकेमिकल का रिसाव तेजी से होता है। दिल में एक अजीब सी आग लगती है। साथ ही फेनिलथाइलामाइन केमिकल तेजी से नव्र्स सेल के बीच बहने लगता है।
डोपामाइन जहां अच्छा महसूस कराने में सक्षम होता है, वहीं नॉरपाइनफिराइन एड्रेनिलाइन का उत्पादन बढाता है। ये दिल की गति को बढा देते हैं। ये तीनों सम्मोहन या लगाव की केमिस्ट्री बनाते हैं। इसी से प्रेमियो के भीतर सुख और ऊर्जा का संचार होता है।
इसी के कारण रात भर अपने प्रेमी या अपनी प्रेमिका के बारे में सोचते हुए बिता देते हैं। यही है प्यार की केमिस्ट्री।
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