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03 अक्तूबर 2011

कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा, टीम में 50 नए खिलाड़ी

जयपुर. सोमवार को कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गई। इसमें 58 पदाधिकारी हैं, जिनमें 9 उपाध्यक्ष, 9 महासचिव, 1 कोषाध्यक्ष व 39 सचिव हैं। पुरानी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों में से केवल नौ ही नई कार्यकारिणी में जगह पा सके हैं, 50 नए हैं।
पिछली कार्यकारिणी में महासचिव रहे रघुवीर मीणा को उपाध्यक्ष बनाया गया है। पुरानी कार्यकारिणी में सचिव रहे पुखराज पाराशर और जगदीश चंद्र शर्मा को महासचिव, मीनाक्षी चंद्रावत, विजेंद्र सिंह शेखावत, अजीतसिंह शेखावत, सरोज चौधरी, रेहाना रियाज और गिरिराज गर्ग को फिर सचिव बनाया है। समन्वय, अनुशासन फ्लैगशिप प्रोग्राम मॉनिटरिंग कमेटी भी घोषित कर दी गई है।
विवादित मंत्री कार्यसमिति में नहीं :
कार्यसमिति सदस्यों की सूची में आठ मंत्री हैं। विवादित जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा, खाद्य राज्य मंत्री बाबूलाल नागर, कृषि राज्य मंत्री भरोसीलाल जाटव, वन राज्य मंत्री रामलाल जाट को इसमें जगह नहीं दी गई है।
ये है कार्यकारिणी
उपाध्यक्ष : विनोद चौधरी, रामचंद्र सराधना, मोहम्मद हनीफ खत्री, इज्येराज सिंह, उदयलाल आंजना, रमाकांत व्यास, महेंद्र सिंह, राजीव अरोड़ा, रघुवीर मीणा।
महासचिव : जुबेर खान, सुनीता भाटी, सुरेश चौधरी, सुशील शर्मा, पुखराज पाराशर, पंकज मेहता, नीरज डांगी, जगदीश चंद्र शर्मा, कांता गरासिया।
कोषाध्यक्ष : चिरंजीलाल बड़ाया।
कार्यकारिणी समिति में 32
शांति धारीवाल, बीना काक, एए खान उर्फ दुरु मियां, राजेंद्र पारीक, डॉ. जितेंद्र सिंह, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, भरत सिंह, बृजकिशोर शर्मा, ममता भूपेश, हरीमोहन शर्मा, रघु शर्मा, कर्नल सोना राम चौधरी, अमीन खान, रामनारायण मीणा, मदन प्रजापत, गंगा देवी, पूनम गोयल, सज्जन कटारा, परसराम मोरदिया, केसी बिश्नोई, हरेंद्र मिर्धा, सुचित्रा आर्य, भंवरलाल शर्मा, संयम लोढ़ा, डॉ. ज्योति मिर्धा, लक्ष्मी सिंह रावत, मंजू मेघवाल, प्रतापसिंह खाचरियावास, प्रद्युम्न सिंह, पृथ्वीपाल सिंह संधु और भगवान सहाय सैनी, सुमन यादव।
स्थाई आमंत्रित सदस्य
अशोक गहलोत, नवल किशोर शर्मा, परसराम मदेरणा, रामनारायण चौधरी, गिरिजा व्यास, बीडी कल्ला, नारायण सिंह, सीपी जोशी, हेमाराम चौधरी, ममता शर्मा, विजय लक्ष्मी विश्नोई, पवन गोदारा, सुमित भगासरा।
विशेष आमंत्रित सदस्य :

राजस्थान से एआईसीसी के पदाधिकारी, केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस के सभी सांसद।

समितियां :

समन्वय समिति :
प्रभारी, महासचिव : मुकुल वासनिक
सदस्य : डॉ. चंद्रभान, अशोक गहलोत, शीशराम ओला, डॉ. सीपी जोशी, जकिया इनाम, परसराम मोरदिया, डॉ. गिरिजा व्यास, शांति धारीवाल, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, सचिन पायलट और महेंद्रजीत सिंह मालवीय ।

अनुशासन समिति :
अध्यक्ष : हीरालाल इंदौरा
सदस्य : हरिसिंह महुवा, मदन कौर, जुगल काबरा, दयाराम परमार और ताज खान।

फ्लैगशिप प्रोग्राम मॉनिटरिंग कमेटी :
संयोजक : अश्क अली टाक

सदस्य : भगराज चौधरी, रामेश्वर डूडी, मुलताराम बारुपाल, सुरेंद्र सिंह जाड़ावत, राजेंद्र सिंह बिधूड़ी, रतन देवासी, अलाउद्दीन आजाद, निर्मला सहरिया, हनुमान प्रसाद, खुशवीर सिंह जोजावर, जाहिदा खान, सारिया खान, रमेश खींची, माहिर आजाद, कृष्ण मुरारी गंगावत, डॉ. गोपाल बाहेती, महेंद्र चौधरी, डॉ. राजकुमार जयपाल, सूरज खत्री, रामगोपाल बैरवा, ओमप्रकाश ओझा, बनारसी मेघवाल, ज्योति खंडेलवाल, दामोदर थानवी, दिनेश खोडनिया, अतर सिंह भडाना, भंवरलाल नायक, अनिल पारीक, शंकर यादव, सुरेंद्र बामणिया और विजय गर्ग।
सचिव
मीनाक्षी चंद्रावत, विमला धाकड़, डॉ. जाफर मोहम्मद, सोहन नायक, विजेंद्र सिंह शेखावत, ललित भाटी, अजीत सिंह शेखावत, सरोज चौधरी, वीरेंद्र वैष्णव, अजीत सिंह यादव, रेहाना रियाज, चयनिका उनियाल, गोपाल शर्मा, वेद प्रकाश सोलंकी, ओम राजोरिया, ललित तूनवाल, भीकाराम सिरवी, कल्पना भटनागर, आर.आर. तिवारी, मनीष शर्मा, विजय जांगिड़, खानू खां बुधवाली, अनिल टांटिया, धर्मेंद्र राठौड़, दिनेश यादव, मनीष धारणिया, विक्रम सिंह शेखावत, अर्चना शर्मा, अशोक शर्मा, शकुंतला रावत, विजय लक्ष्मी चौधरी, भवी मीणा, सलीम भाटी, मुकेश शर्मा, आदित्य शर्मा, गिरिराज गर्ग, अनिता मीणा, मदन महाराज, अशोक सेन।
गहलोत विरोधियों को जगह नहीं
अब संगठन पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पकड़ मजबूत हो गई है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ चंद्रभान की नई टीम में गहलोत विरोधी कमजोर हो गए हैं। डॉ. हरिसिंह जैसे मुखर गहलोत विरोधी भी बाहर हो गए हैं। उपाध्यक्षों, महासचिवों और सचिवों में तो उनके लोगों का वर्चस्व है ही, अनुशासन समिति में भी उनका वर्चस्व है। केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी और प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान समर्थक न तो महासचिव बन पाए और न ही उपाध्यक्ष।
कार्यकारी अध्यक्ष रहे परसराम मोरदिया, उपाध्यक्ष हरिसिंह चौधरी, महासचिव मुमताज मसीह, रामगोपाल बैरवा की छुट्टी हो गई है। मोरदिया और मसीह गहलोत समर्थक हैं। केंद्र सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग करने वाली समिति के चेयरमैन पुराने कांग्रेसी भगराज चौधरी हैं।संयोजक अश्क अली टाक को बनाया गया है।
समन्वय समिति से हो सकती है परेशानी
प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक की अध्यक्षता वाली समन्वय समिति में भंवर जितेंद्रसिंह, सचिन पायलट, शीशराम ओला, सीपी जोशी और गिरिजा व्यास के होने से मुख्यमंत्री को सरकार के प्रदर्शन को लेकर सवालों का सामना करना पड़ सकता है। इनमें से भंवर जितेंद्रसिंह सीधे राहुल के संपर्क वाले नेताओं में माने जाते हैं।

अब लालबत्ती की संभावना कम
हीरालाल इंदोरा , भगराज चौधरी, राजीव अरोड़ा, धर्मेंद्र राठौड़, पुखराज पराशर, पंकज मेहता, चिरंजीलाल बड़ाया, रामचंद्र सराधना, नीरज डांगी आदि को संगठन में जिम्मेदारी दी गई है। इन्हें लालबत्ती मिलने की संभावना कम है।

असर क्या होगा?
कांग्रेस की राजनीति की नब्ज समझने वाले राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि इस सूची पर अशोक गहलोत की छाप नहीं, बल्कि काफी एकतरफा मामला दिखता है। इससे बाकी नेता हाशिए पर दिखाई दे रहे हैं। इससे पार्टी में टीम भावना कम होगी, जिसका आने वाले चुनावों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
किसके कितने लोग?
उपाध्यक्ष : नौ में से गहलोत खेमे के पांच। मीराकुमार, भंवर जितेंद्र व नारायणसिंह के एक-एक समर्थक, एक स्वतंत्र हैं।
महासचिव : नौ में से गहलोत खेमे से छह। मनीष तिवारी और भंवर जितेंद्र के एक-एक समर्थक। एक सदस्य कई खेमों में माना जाता है।
सचिव : 39 में से गहलोत समर्थक 14, चंद्रभान के छह, मुकुल वासनिक के 3, सीपी के 2 समर्थक हैं। मोहनप्रकाश, महेश जोशी, रघु शर्मा, भंवर जितेंद्र और संतोष बागड़ोदिया का एक-एक समर्थक। नौ की कई खेमों में मौजूदगी।
कोषाध्यक्ष : सचिन पायलट व गहलोत के नजदीकी।

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