सतबीर सिंह (60) नाम के इस शख्स ने महानगर दंडाधिकारी त्यागिता सिंह की अदालत में शनिवार को याचिका दायर की और दलील दी कि अन्ना तथा उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। याचिका पर सुनवाई सोमवार को होगी।
हरियाणा के सतबीर ने अपनी याचिका में कहा है, "अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों ने राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने और केंद्र सरकार तथा इसके मंत्रियों को नीचा दिखाने के लिए षड्यंत्र किया। उन्होंने निर्दोष लोगों को रामलीला मैदान में 16 अगस्त को एकत्र होने के लिए उकसाया। साथ ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य सांसदों के खिलाफ गलत भाषण दिए।"
याचिकाकर्ता के अनुसार,"अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों के निर्देश पर लोग मंत्रियों के घरों के बाहर एकत्र हुए,जिससे क्षेत्र में शांति भंग हुई। यहां तक कि यातायात भी बाधित हुआ। मीडिया के जरिये उन्होंने सरकार को अपमानित किया और उन पर अपना जन लोकपाल विधेयक पारित कराने के लिए दबाव बनाया।"
सतबीर ने अन्ना के सहयोगियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र करने,सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने, दंगा फैलाने, उपद्रव करने, मानहानि सहित अन्य अपराधों का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना ने 16 अगस्त से भूख हड़ताल शुरू की थी। संसद में इस पर विशेष बहस और अन्ना हजारे के सहयोगियों की तीन प्रमुख मांगों पर सहमति का प्रस्ताव पारित होने के बाद 28 अगस्त को उन्होंने अनशन समाप्त कर दिया था।
अन्ना के सहयोगियों प्रशांत भूषण, अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी को सांसदों का मजाक उड़ाने और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किया गया है।
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