दोस्तों सभी जानते हैं के भ्रष्टाचार के मामले में कोंग्रेस ने अपना अस्तित्व खो दिया है ..देश की जनता और वोटर्स का विशवास खो दिया है फिर अन्ना के संघर्ष से निपटने के लियें कोंग्रेस के कुछ कथित नोसिखिये टुच्चे नेताओं ने कोंग्रेस के ताबूत में आखरी कील ठोक दी है ..एक तरफ राहुल गाँधी युवाओं को कोंग्रेस से जोड़ने की कोशिशों में जुटे हैं तो उत्तर प्रदेश के चुनाव सर पर है ऐसे में कोंग्रेस की कारगुजारियों से हर तरफ थू थू है .में खुद कोंग्रेसी हूँ कोंग्रेसी वोटर हूँ इसलियें मुझे एक हिन्दुस्तानी भारतीय होने के नाते कोंग्रेस की इस बर्बादी पर सबसे ज्यादा चिंता और दुःख है ॥
दोस्तों कोंग्रेस चाहे तो अभी भी इस आंधी से निपट सकती है ...........सोनिया जी इन दिनों विदेश हैं उनका इस्तेमाल किया जा सकता है सोनिया जी देश में आयें हालात से निपटने के लियें खुद दखल दे और अन्ना का जो जन समर्थित लोकपाल बिल है उसे लोकसभा में रखवाएं इमानदारी से बहस हो जो संशोधन संभव हों किया जाए लेकिन जनता की आवाज़ बहस के लियें संसद में राखी जाए .कोई भी संसद जनता से बड़ी नहीं जनता जनार्दन है और कोंग्रेस संसद से बढा जनता को समझती है जनता में यह संदेश देना होगा ........दुसरा कोंग्रेस को भ्रस्टाचार मामले में अपनी खोयी हुई प्रतिष्ठा को वापस प्राप्त करने के लियें मनमोहन सिंह को हटा कर मंत्रिमंडल में फेरबदल करना होगा .राहुल गाँधी को प्रधानमन्त्री बनाया जाए और मनमोहन को अगले साल राष्ट्रपति का पद खाली होने पर राष्ट्रपति की सीट ऑफर कर खामोश किया जाए तब कहीं जाकर कोंग्रेस के मुर्दा जिस्म में वापस से जान आने की संभावना है खेर कोंग्रेस तो कोंग्रेस है यहाँ चापलूसों का जमावड़ा है लेकिन अगर अभी कोंग्रेस नहीं संभली तो कोंग्रेस का एक विभाजन तय है और कोंग्रेस बेजान मुर्दा से एक तरफ अलग थलग राजनीति रहेगी पहले ५४४ सीटों से ४०० सीटों पर चुनाव लड़ रही है क्षेत्रीय दलों से समझोते कर रही है अब तो ढूंढते रहने की नोबत आने वाली है .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 अगस्त 2011
अन्ना की आंधी से निपटने का कोंग्रेस को हम देते हैं फार्मूला
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अन्ना हजारे जी का आन्दोलन! फायेदा किसका-किसका ??
जवाब देंहटाएंयदि आन्दोलन की टाइमिंग पर विचार किया जाये तो बहुत से तथ्य स्वम ही स्पष्ट हो जायेंगे. सर्वप्रथम आते है की इस आन्दोलन से लाभान्वित कौन कौन होगा
http://parshuram27.blogspot.com/2011/08/blog-post_20.html