आपका-अख्तर खान

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13 अगस्त 2011

यह जो माशुकाएं हैं

मुझे बताओं
को बचा है
बीमार इश्क का ॥
यह जो
माशुकाएं हैं
बीमारे इश्क को
पहले पागल फिर दीवाना
फिर बस मुर्दा बना देती हैं ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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