नई दिल्ली. अन्ना समर्थकों की गिरफ्तारी। सरकार ने अन्ना समर्थकों पर शिकजां कसना शुरू कर दिया है।
जेपी पार्क में धारा 144 लगाए जाने की औपचारिक घोषणा के बाद पार्क में इकट्ठा हो रहे सैंकड़ों अन्ना समर्थकों को सोमवार करीब रात 11 बजे पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस जब उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची वे खाता खा रहे थे। गिरफ्तार समर्थकों को आईपी एस्टेट पुलिस दो बसों में भरकर छत्रशाल स्टेडियम ले गई है।
छत्रशाल स्टेडियम को बनाया गया है अस्थाई जेल
दिल्ली पुलिस ने अन्ना समर्थकों को गिरफ्तार करने की तैयारी पूरी कर ली है। इस क्रम में छत्रशाल स्टेडियम को अस्थाई जेल में बदल दिया गया है। पुलिस ने भारी संख्या में डीटीसी की बसों को हायर किया है ताकि अनशनकारियों को छत्रशाल स्टेडियम पहुंचाया जा सके। पुलिस को दिल्ली में जहां भी अन्ना समर्थक दिखेंगे उन्हें हिरासत में लेकर छत्रशाल स्टेडियम पहुंचा दिया जाएगा।
इससे पहले भ्रष्टाचार मिटाने के लिए मजबूत लोकपाल बिल संसद में पेश कराने को लेकर 16 अगस्त की सुबह से जेपी पार्क में आमरण अनशन शुरु करने जा रहे अन्ना हजारे का समर्थन अभी से दिखने लगा है। अन्ना के आह्वान पर जहां देश भर के कई हिस्सों में रात आठ से नौ के बीच बत्ती बुझाई गई। वहीं दिल्ली के जेपी पार्क में धारा 144 लागू होने के बावजूद भी प्रदर्शनकारी पहुंच रहे हैं। रात 11.00 बजे तक ही दिल्ली और देशभर से सैंकडो लोग पार्क में पहुंच चुके थे। हालांकि पुलिस अधिकारी धारा 144 का हवाला देकर लोगों को संगठित होने से रोकने का प्रयास भी कर रहे थे। बावजूद इसके लोगों ने अन्ना हजारे के समर्थन में नारेबाजी जारी रखी।अनशनकारियों ने अपनी हथेली पर दिए जला रहे हैं और शपथ लेकर नारे लगा रहे हैं कि अन्ना तुम संघर्ष करों हम तुम्हारे साथ हैं। करोल बाग से आए मनमोहन सिंह वालिया का कहना है कि चाहें जो हो जाए हम यहां से हटेंगे नहीं, सरकार हमें जेल में भेजेगी तो हम अन्ना के साथ जेल में ही अनशन करेंगे।
कोटला से आयी 90 वर्षीय शकुंतला भी काफी उत्साहित हैं और अनशन से पीछे हटने को तैयार नहीं है। सरकार पर बिफरते हुए कहती हैं कि केंद्र सरकार अन्ना से डरी हुई है, इसीलिए अन्ना के अनशन में अड़चन डाल रही है। लेकिन हम अनशन से पीछे नहीं हट सकते हैं चाहे हमें जेल में ही क्यों न अनशन करना पड़े।
उधर प्रीत विहार दिल्ली से आयीं मोहनी भी केंद्र सरकार को कोसते हुए कहती हैं कि अन्ना हजारे को भी सरकार रामदेव की तरह डराने की कोशिश में जुटी हुई है।उत्तराखंड से आए शिवशंकर भाटी का कहना है कि हम सड़क पर रहे या जेल में रहे, जहां भी रहेंगे हमारा अनशन जारी रहेगा। हम अन्ना के साथ हैं।दिल्ली के ही आरके पुरम से आई यमुना चंद्रा कहती हैं कि जब तक शरीर में प्राण हैं तब तक अनशन जारी रहेगा।गुजरात की राजधानी अहमदाबाद से भी विष्णू पटेल, विजय पटेल, मन्नू राजपूत और नरेंद्र पटेल भी अनशन में शामिल होने के लिए जेपी पार्क पहुंचे हैं। अप्रवासी भारतीय मन्नू अनशन में शामिल होने के लिए उगांडा से आए हैं। वहीं होंडा कंपनी में मैनेजर पद पर कार्यरत नरेंद्र पटेल ने जहां दफ्तर से छुट्टी ली है वहीं दूध व्यावसाई विष्णू पटेल और कैमिकल फैक्ट्री के मालिक विजय पटेल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए अपना काम ही छोड़ दिया है।
इन चारों का कहना है कि वो अन्ना के अनशन में शामिल होने के लिए आए हैं और जिन हालात का सामना अन्ना हजारे को करना पड़ेगा उसी माहौल का सामना हम भी करेंगे।रात दसे बजे के आसपास जेपी पार्क का माहौल लगभग सामान्य है। अनशनकारी आपस में बात कर रहे हैं और पुलिस भी सामान्य तौर पर पेश आ रही है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
15 अगस्त 2011
जेपी पार्क में धारा 144 लगी, सैंकड़ों अन्ना समर्थक गिरफ्तार
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