सीने से चिपकाकर लगा ली आग
जयपुर। राजधानी के रेलवे स्टेशन के समीप स्थित बड़ोदिया बस्ती में सोमवार रात एक महिला ने अपने एक बेटे व बेटी के साथ केरोसीन छिड़ककर आग लगा ली। जिससे तीनों की मौत हो गई। सदर थाना क्षेत्र में हुए इस सनसनीखेज घटनाक्रम में आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस ने तीनों के शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है, जहां मंगलवार को उनका पोस्टमार्टम किया जाएगा।
इसके बाद पुलिस व पड़ोसी हरिचरण के मकान में घुसे। कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो शीला, युवराज और अभिलाष्ाा के जले हुए शव फर्श पर पड़े थे। पुलिस ने तीनों शव को कब्जे में लेकर उन्हें एसएमएस अस्पताल पहुंचाया। इधर जानकारी मिलने पर हरिचरण समेत परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंचे।
मरने के बाद भी चिपका रहा
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब वे दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो युवराज का शरीर अपने मां के शरीर से चिपका हुआ था। संभवत: आग लगने के बाद शरीर जलने से वह घबराकर अपनी मां के सीने से चिपट गया था। जिसके चलते मौत के बाद भी वह अपनी मां से चिपका रहा।
पहले बना लिया था मन : बताया जाता है कि युवराज कॉलोनी में एक शिक्षक के यहां ट्यूशन पढ़ने जाता था। शाम करीब पांच बजे दूध लेकर घर लौटी शीला ने बेटी अभिलाष्ाा को भेजकर युवराज को ट्यूशन से जल्दी बुला लिया था। माना जा रहा है कि शीला ने बच्चों के साथ खुद को आग लगाने का मन बना लिया था।
भतीजा व भाई रहते थे साथ : पुलिस ने बताया कि बांदीकुई के पास स्थित विजयपुरा गांव के रहने वाले हरिचरण के मां-बाप गांव में रहते थे। हरिचरण के यहां पत्नी व बच्चों के अलावा उसका एक भतीजा विक्रम और शीला का भाई भी रहते हैं। घटना के वक्त ये दोनों भी बाहर थे।
परिवार में तीसरा हादसा : पड़ोसियों ने बताया कि करीब बीस साल पहले हरिचरण के बड़े भाई शिवचरण की पत्नी ने भी आत्महत्या की थी। इसके बाद शिवचरण की दूसरी पत्नी की भी मौत किसी जहरीले जानवर के काटने से हुई बताई जाती है
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