उल्लेखनीय है कि ग्रामीण सुबह 7 बजे ही स्कूल के बाहर एकत्रित हो गए थे। उन्होंने स्कूल खुलने ही नहीं दिया। साढ़े सात बजे करीब स्कूल भवन के मुख्य द्वार पर इन्होंने अपना ताला जड़ दिया। इसी बीच वहां सरपंच पति व उपसरपंच पहुंचे तो उन्हें पकड़ कर बांध दिया।
ग्रामीण छीतर मीणा, भंवरलाल मीणा व बिरधीलाल मीणा ने बताया कि स्कूलों में 10 कक्षाओं में करीब 450 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। मगर इन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक व एक शारीरिक शिक्षक है। एक शिक्षक का सैकंड ग्रेड टीचर में चयन हो जाने से उनका भी यहां से जाना तय है। यहां के प्रधानाध्यापक को हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा एसएसए में लगा दिया गया है। इससे परेशानी और गंभीर हो गई है।
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