आपका-अख्तर खान

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09 मई 2011

इन्तिज़ार है

चलते रहने का नाम ही शायद जिंदगी है .................क्या जिंदगी के साथ चलोगे अगर हाँ तो मुझे आपका इन्तिज़ार है .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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