देश में भ्रस्ताचार के खिलाफ आन्दोलन करने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय शिष्टाचार पुरुष अन्ना हजारे की खोज शांति भूषण और नरेंद्र मोदी देश के लियें किस तरह का उदाहरण साबित हुई है सब देख रहे हैं और अन्ना की इस खोज पर हेरान भी हैं के अन्ना ने अपनी जिंदगी इमानदारी से हवं करने के बाद यह केसे लोगों को खोजा और मोदी का अनुसरण करने का कह कर तो अन्ना ने देश में एक सनसनी फेला दी है .
अन्ना के इन क्रत्यों से स्पष्ट है के अन्ना फ्री हेंड नहीं हैं और पर्दे के पीछे अन्ना से कोई ना कोई खेल जरुर खिलवा रहा है , तब ही तो ऐ राष्ट्रव्यापी आन्दोलन के बाद ड्राफ्टिंग कमेटी जिसका ड्राफ्ट एक सामान्य बुद्धि का मेरे जेसा वकील भी केवल एक दिन में ही कर डाले उस ड्राफ्टिंग कमेटी के लियें अन्ना ने तुरंत जो लोग साथ में थे उनका नाम बिना आम जनता की सहमती बने दे डाला , उन्हें एक ही परिवार के सदस्यों के दो नाम होने पर जानकारी देकर चेताया गया लेकिन उन्होंने इस निर्णय को नहीं बदला , इतना ही नहीं बाबा रामदेव को शांतिभूषण ने बुरा भला भी कह डाला बाबा रामदेव खामोश रहे लेकिन अन्ना ने एक तीर और छोड़ दिया मोदी को आदर्श पुरुष बना दिया जबकि वोह खुलेआम दो हजार निर्दोष लोगों के हत्यारे थे अब जनता सोचती है अन्ना सच के साथ हैं ,भ्रस्ताचार के साथ हैं ,साम्प्रदायिकता और निर्दोषों के हत्यारों के साथ हैं किसके साथ हैं अन्ना के बयानों से कुछ पता नहीं चल पा रहा है .
अन्ना देश के लियें आदरणीय पुरुर्ष थे ,आदरणीय पुरुष रहेंगे लेकिन क्या ऐसा आदर्श पुरुष होता है अगर नहीं तो अन्ना को अब अपने पिछले जो भी कथन रहे हैं उन पर पुनर्विचार कर एक अपनी सोच को उजागर करते हुए ब्यान देना जरूरी हो गया है नहीं तो यह मेरा देश महान है यहाँ की जनता सब जानती है ......................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
janta sab janti hai..
जवाब देंहटाएंlekin jaan kar bhi kya
hoga wahi jo saare bhrastachari kahenge.!
अण्णा मोदी जी के विकास के पक्ष में हैं । मोदी जी के राज में आज तो सभी खुश हैं ।
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