कोटा। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए व्यापक जन लोकपाल विधेयक लाने की मांग पर नई दिल्ली में अनशन पर बैठे समाजसेवी अन्ना हजारे की मुहिम में कोटा में भी आंदोलन का आगाज हो गया है। बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पर मानव कल्याण समिति के बैनर तले धरना दिया गया। गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी मोहनलाल गुप्ता के नेतृत्व में सुबह 9 बजे मल्टीपरपज स्कूल गुमानपुरा से कलेक्ट्रेट तक रैली पहुंचेगी, जहां विधेयक के समर्थन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अमरीक चंद गंभीर शुक्रवार से धरने पर बैठेंगे। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भ्रष्टाचार विरोधी जन अभियान समिति के गठन के साथ आंदोलन को समर्थन दिया है। निर्दलीय पार्षद गोपालराम मंडा, पूजा राजवंशी, जितेंद्र सिंह व जसपाल अरोड़ा गुरुवार को धरने के समर्थन में एक मंच बनाएंगे।
क्यों नहीं खौलता खून
स्वाधीनता आंदोलन के दौरान कोटा में संघर्ष की मशाल थामने वाले ताम्रपत्र प्राप्त स्वतंत्रता सेनानी 87 वर्षीय मोहनलाल गुप्ता ने बुधवार को पुरानी धानमंडी स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति के नीचे बैठकर अफसोस जताया कि भ्रष्टाचार के जिस अहम मुद्दे पर देश के युवाओं का खून गर्माना चाहिए था, वह शांत है। यही वजह है कि अन्ना जैसे बुजुर्गो को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठानी पड़ रही है।
गुप्ता ने कहा कि अन्ना हजारे की मुहिम के समर्थन में वे गुरुवार सुबह 9 बजे गुमानपुरा मल्टीपरपज स्कूल से रैली निकालेंगे और सूरजपोल गेट, कैथूनीपोल चौराहा से पुराने कोटा होते हुए कलेक्टरेट पहुंचेंगे। सभी राजनीतिक, सामाजिक, व्यापारिक एवं सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों को मौखिक रूप से रैली में शामिल होने का आह्वान किया है। कोई नहीं आएगा तो वे अकेले ही तिरंगा थामकर निकलेंगे। जैसे गांधी जी ने दांडी यात्रा 11 लोगों के साथ शुरू की थी और बाद में कारवां जुड़ता गया था। कलेक्टरेट पहुंचकर जन लोकपाल विधेयक लाने की मांग पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।
कलेक्ट्रेट में लगाएंगे सूचना बोर्ड
भास्कर ने शहर में भ्रष्टाचार की शिकायतों की समाधान की प्रक्रिया में जब कलेक्टर जीएल गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि जो भी शिकायत आती है तो उसे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) को भेज देते हैं। अनियमितता की शिकायत आती है तो उस पर कार्रवाई की जाती है। अब भ्रष्टाचार रोकने के लिए कलेक्ट्रेट के सभी ऑफिसों में बोर्ड लगाए जाएंगे। जिस पर लिखा होगा कि यदि कोई रिश्वत मांगता है तो एसीबी में इसकी शिकायत करें। बोर्ड पर एसीबी कार्यालय का पता व फोन नंबर भी लिखा जाएगा।
8 अप्रैल को होगी सर्वदलीय बैठक
अन्ना हजारे के समर्थन में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कॉ-आर्डिनेटर विजयसिंह पालीवाल के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी जन अभियान समिति की बैठक बुलाई गई। इसमें निर्णय लिया गया कि 8 अप्रैल को झालावाड़ रोड आश्रय भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी। इसमें सभी सामाजिक, साहित्यिक व गैर राजनैतिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। बुधवार को हुई बैठक में मनोज पुरी, महेंद्र नेह, सुमेर सिंह, नेता खंडेलवाल, रौनक आनंद, तारकेश्वर तिवारी मौजूद थे।
माकपा का समर्थन
भारत की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी यूनाइटेड के सचिव महेंद्र पांडेय, विजयशंकर झा, महेंद्र नेह व तारकेश्वर तिवारी, हरदयालसिंह, अब्दुल गफूर व दिलीप शर्मा ने कहा है कि जनलोकपाल विधेयक के समर्थन में पुरजोर आवाज उठाई जाएगी।
सांकेतिक धरने से शुरुआत
अन्ना हजारे की मुहिम के समर्थन में मानव कल्याण समिति ने बुधवार को कलेक्ट्रेट गेट पर शाम 5 बजे तक सांकेतिक धरना दिया। एडीएम सिटी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। धरने में कांग्रेस नेता अरुण भार्गव, समिति पदाधिकारी श्याम नामा, कन्हैयालाल मित्तल, पूर्व पार्षद रविन्द्र बैरवा, वकील रामावतार जोशी, शंभूदयाल विजय, प्रकाश जायसवाल, स्वतंत्रता सेनानी मोहनलाल गुप्ता और पूर्व पार्षद सुरेश गुर्जर शामिल हुए।
इरादा तो दिल्ली जाने का था
वयोवृद्ध नेता अमरीकचंद गंभीर के मुताबिक वे शुक्रवार से कलेक्ट्रेट पर अनशन पर बैठेंगे। उनका इरादा तो हजारे के साथ दिल्ली में अनशन पर बैठने का था, लेकिन वृद्धावस्था और निशक्तता के कारण वे कोटा में ही अनशन पर बैठ रहे हैं।अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
हम भी साथ हैं अन्ना के!
जवाब देंहटाएंभ्रष्टाचार हमारे देश के विकास में कोढ़ का काम कर रहा है. इसके खिलाफ सभी को एकजुट होना होगा. अच्छी पोस्ट
जवाब देंहटाएंIs achche kary men log judate ja rahe hain judate jayenge. Desh aaj anna ji ke sath hai.
जवाब देंहटाएंजब सारा देश जाग रहा है तो कोटा कैसे पीछे रह सकता है। देखना ये है कि खुद भ्रष्टाचरण वाले लोग इस आंदोलन से जुड़ कर उस की कमान अपने हाथों में लेने की फिराक में हैं। अनेक इस आंदोलन से खुद को चमकाने के चक्कर में भी हैं। जनता को इस कचरे को आंदोलन से दूर रखना भी सीखना होगा।
जवाब देंहटाएंओ सत्ता के शैतानों , अन्ना का कहना मानो
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