आपका-अख्तर खान

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19 मार्च 2011

होली पर हाथ खून से रंगे हें

कहते हें 
रंगों की इस होली पर 
लोग खुशियाँ और रंग बाटते हें 
लेकिन यह सरकार हमारी हे 
यह इस सरकार के 
हाथ देखो 
कितने निर्दोषों के खून से सने हें 
पोर्वों तक जिनकी उंगलिया डूबी हो खून में 
बताओ वोह केसे करेंगे इस हसीन रंगीन होली का सामना . 
अख्तर खान अकेला खान कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

  1. रंगों की चलाई है हमने पिचकारी
    रहे ने कोई झोली खाली
    हमने हर झोली रंगने की
    आज है कसम खाली

    होली की रंग भरी शुभकामनाएँ

    जवाब देंहटाएं

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