अपनी
जिंदगी को
चलाने के लियें
कुछ
घड़ी से सीखो
एक घड़ी
टिक टिक टिक
बिना रुके
अगर स्वस्थ हो
तो बस चलती ही रहती हे
सुबह हो या शाम
बस एक तरफ
आगे बढ़ते हुए
चलती ही रहती हे
फिर आप क्यूँ रुक जाते हो
आप क्यूँ थक जाते हो
आप क्यूँ भटक जाते हो
एक घड़ी
जब बंद होती हे
रूकती हे
तब वोह खराब होती हे
आप तो स्वस्थ हे
आप का स्वास्थ खराब नहीं हे
तो फिर आप क्यूँ गतिमान नहीं
क्यूँ आगे नहीं चलते हो
अगर नहीं चल पाते तो बस
सोच लो तुम अस्वस्थ हो
और फिर चलने के लियें
अपना इलाज किसी चिकित्सक से जरुर कराओ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 मार्च 2011
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बेहतरीन प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंkya kahne hain....ghari ko sabdo me peero diya aapne...:)
जवाब देंहटाएंचरैवेति चरैवेति...
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