जल हे तो कल हे , बिन पानी सब सुन ,बूंद बूंद बचाओ जिंदगी पाओ जेसे नारे हमारे देश में फेलाने के लियें हमारे देश के नेता इन पर विज्ञापनों पर अरबों रूपये खर्च कर चुके हें और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इस चिन्तन के लियें विश्व जल दिवस २२ मार्च को मनाने की घोषणा की हे और इसीलियें कल मंगलवार को जल दिवस हे .
दोस्तों भारत देश क्रषि प्रधान देश हे और इसीलियें पानी पर ही यह देश निर्भर हे यहाँ खेती को जान इसीलियें खा जाता हे के पानी आया तो आया नहीं आया तो नहीं आया वैज्ञानिकों का कहना हे के कल जहां हिमालय हे वहां समुन्द्र और जहां समुंदर हे वहां पहाड़ थे यहाँ पानी बरसे तो बाढ़ आ जाए नहीं बरसे तो अकाल आ जाए समुन्द्र जहां हे वहां सुनामी और ज्वार भाटा आता हे .
खेर यह तो हुई पानी की बात लेकिन पानी आँख का पानी इंसान का पानी पानी होना ऐसी कहावतें हें जो चरित्र से भी जुडी हुई हे हम चिंता करते हें कल के लियें लेकिन जहां रेगिस्तान हे वहां आज बढ़ आती हे जहां बढ़ आती थी वहन आज सुखा हे जहाँ कुए पानी उगलते थे वहां सेकड़ों मीटर नीचे भी पानी नहीं हे अब देखलो आखिर पानी की क्या अहमियत हे इसलियें दोस्तों विश्व जल दिवस पर हम पानी को बचाने और फ़िज़ूल नहीं बहाने का संकल्प ले ही डालें ......................................... . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
रंग के त्यौहार में
जवाब देंहटाएंसभी रंगों की हो भरमार
ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार
यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार।
आपको और आपके परिवार को होली की खुब सारी शुभकामनाये इसी दुआ के साथ आपके व आपके परिवार के साथ सभी के लिए सुखदायक, मंगलकारी व आन्नददायक हो।
आपका प्रयाश सराहनीय है मैं इसे और भी दुसरे पब्लिक नेट्वोर्किंग साईट पर प्रोमोट कर रहा हूँ |
जवाब देंहटाएंअच्छी सोच के साथ लिखा है अख्तर भाई!
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