कल जापान 
जहां खुशियाँ बस्ती थी 
विश्व में 
जहां के लोगों को 
लोग इज्जत से देखा करते थे 
वोह जापान जहां की तकनीक 
विश्व में सबसे बहतर होने से 
लोग इस देश को तकते थे 
वाही जापान 
जहां हिरोशिमा नागासाकी का दर्द था 
फिर भी यह जापान 
विश्व के सभी हिस्सों से अलग था 
यहाँ प्यार था , मानवता थी 
लेकिन यह क्या पल भर में 
जहां बस्ती थी खुशियाँ 
मातम हे आज वहा 
यह सच 
आप और में जी हाँ सभी 
यानी 
हम सब ब्लोगर भाई जानते हें 
यह सच हम जानते हें 
आज हम हे कल नहीं रहेंगे 
कल क्या हो सकता हे अभी ही नहीं रहेंगे 
तो फिर भाइयों क्यूँ एक दुसरे को नफरत बांटते हो 
क्यूँ एक दुसरे के लियें दिल दिमागों में 
जहर रखते हो 
ना जाने कब किस ब्लोगर की 
किस गली में शाम हो जाए 
उसके किस्से ना जाने कब आम हो जाएँ 
तो फिर इस बुद्धिजीवी ब्लोगिंग की दुनिया में 
कसी नफरत , केसी कडवाहट ,केसा उतार चढाव 
सब बेकार बेमाने हें 
आओ सभी संकल्प लें 
इससे पहले के कुदरत का कहर हमें घेरे 
हमारी खुशनुमा सुबह की शाम हो 
हम सब मिल जुलकर एक ऐसी 
ब्लोगिंग की दुनिया बनाएं 
जहां प्यार हो अपनापन हो खुशियाँ हो 
स्वर्ग सा खुशनुमा माहोल हे 
खुदा करे 
मेरी यह दुआ आज से 
अरे नहीं आज से नहीं 
अभी से ही पूरी हो जाए 
क्या आप भी मेरी 
इस दुआ को पूरा करने की 
तमन्ना रखोगे 
अगर हाँ तो उठो 
और बना डालों प्यार की एक ऐसी नई दुनिया ,,,,,,.. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

 
 

वास्तव में ही दुखद है जापान को यह त्रासदी
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