आपका-अख्तर खान

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05 फ़रवरी 2011

दुश्मन ऐसे न जला ...

ऐ मेरी
जान और
प्यार के दुश्मन
हम तो
फूलों की छुहन से
यूँ ही जल जाते हें
हमें
यूँ
आग के शोलों में
ना जला ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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