चम्बल नदी के किनारे बेठ कर अफसर अगर जनता को पानी नहीं दे सकें तो मंत्री जी का गुस्सा वाजिब हे और इसीलियें जल संसाधन मंत्री परसराम मदेरणा ने कल कोटा में जलदाय विभाग के अधिकारीयों की जम कर क्लास ली और उन्हें डांट पिलाते हुए कहा के अधिकारी अपनी आदतें सुधार लें और उनके दिमाग में जो सडन हे उसे दूर कर लें वरना ठीक नहीं होगा ।
कल मंत्री परस राम मदेरणा जी ने जब अधिकारीयों और अभियंताओं की बेठ कली तो उसमें बहाने बाज़ी और झूंठे आंकड़ों से वोह नाराज़ हो गये और उन्हें मजबूरी में अधिकारीयों से बहाने बाज़ी छोड़ने के लियें सख्त भाषा का इस्तेमाल करना पढ़ा उन्होंने चेतावनी दे डाली के मंत्री लोग अपनी आदतें सुधार लें उनके दिमाग में जो कचरा भरा हे उसे निकाल दें वरना घर बेठने के लियें तय्यार हो जाए बेचारे मंत्री जी को क्या पता जब मंत्री जी नाराज़ हो रहे थे तो अधिकारी उनकी इस चेतावनी को एक कान से सुन कर दुसरे कान से निकाल रहे थे और मंद मंद मुस्कुरा रहे थे के तुमसे मंत्री ना जाने कितने आये कितने चले गये लेकिन हमें सुधार नहीं सके इसलियें हम नहीं सुधरेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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