आपका-अख्तर खान

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14 जनवरी 2011

रोकर नहीं देखा ...

बरस गुजर गये
हमने कभी
रोकर नहीं देखा
इन आँखों को
आज तक
आंसुओं से
धोकर नहीं देखा
वोह बेदर्द लोग
क्या जाने
प्यार और प्यार की
तडपन क्या होती हे
जिन्होंने कभी
किसी को
खोकर नहीं देखा ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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