तुम
मेरी जिंदगी में
आओ अगर
तो जरा
आहट ना करना
कुछ उनकी यादें हें
जिनको सीने में लिए
सुकून से
सो रहा हूँ में ।
तुम आओ अगर
तो जरा
आहट न करना
उनके
बिछड़ने के
गम में
आज भी
सूखे हें
आँखों के
आंसू
लेकिन फिर भी
दिल से
में
याद में
सिर्फ उनकी
रो रहा हूँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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