आँखों में
मेरे लियें
प्यार लिए
तुम
मेरे सामने
यह सोच लिए
खड़े हो के में ,
तुम से
प्यार की भीख मांगूंगा ,
तो सुन लो
तुम भी
हम प्यार
करने वाले हें
कोई भिखारी नहीं
हम तुम्हें
और तुम्हारे प्यार को
भीख से नहीं
हक से
हांसिल करके
दिखायेंगे ।
प्यार क्या होता हे
प्यार की तडप
क्या होती हे
यह सब
हम तुम्हें
बतायेंगे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 जनवरी 2011
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हम प्यार
जवाब देंहटाएंकरने वाले हें
कोई भिखारी नहीं... waah