राजस्थान सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ कभी राजस्थान सरकार की जय जय कार करने वाले गुर्जर अचानक एक बार फिर घरों से निकल कर रेलवे ट्रेक पर आ गये हें उन्होंने दिल्ली मुंबई ट्रेक को घेर लिया हे और नुकसान भी पहुँचाया हे सरकार ने कई रेलगाड़ियों के रूट बदल दिए हें और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये हें ।
राजस्थान में हजारों गुर्जर एक दिन में या एक घंटे में नहीं निकलते हें उनकी कार्य योजना होती हे वोह जो चाहते हें जो करते हें जहां चाहते हें वहन चक्का जाम ट्रेक रोकने का काम करते हें हथियार बंद लोग पुलिस का घेरा तोड़ कर निकलते हें और पुलिस खामोश तमाशबीन बनी रहते हे इतना ही नहीं सरकार को गुर्जरों की किसी भी त्य्यारियों का कोई अंदाजा नहीं होता हे , इधर सरकार के लियें अब चारों तरफ यह बात प्रसिद्ध हो गयी हे के सरकार अपनी नाकामियों के चलते बिना किसी कारण के आन्दोलन भड़काती हे कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाती हे आम जन जीवन अस्त व्यस्त करती हे वायदे करती हे और भूल जाती हे सरकार ने यही निति गुर्जर और वकीलों के साथ निभाई हे गुर्जर सडकों पर हे वकील हडताल पर हे कई सन्गठन हडताल पर जाने की सोच रहे हें और सरकार हे के मजे कर रही हे , गुर्जर आन्दोलन हुआ नहीं के अख़बारों और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में सरकारी विज्ञापन शुरू हो जाते हें अख़बार वालों के मजे और छोटे अख़बार वाले रोते हें कुल मिला कर किसी भी आन्दोलन को सरकार ने मजाक से अधिक कुछ नहीं समझा हे हालात यह हें के अब सरकार की किसी भी बात पर जनता या किसी भी आन्दोलन कारी को कोई भरोसा नहीं हे खेर अभी गुर्जर फिर ट्रेक पर हें सरकार का यह आन्दोलन प्रायोजित हे या नहीं यह तो जब पता कहेगा जब गुर्जर बिना किसी हिंसा के ट्रेक से हटेंगे और फिर सरकार इस मामले में खुद को शाबाशी देकर स्वयम्भू बनकर खुद की तारीफ़ करेगी देखो देखते हें आगे क्या होता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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